- सांस लेने की दिक्कत, 83 प्रतिशत ऑक्सीजन की गंभीर हालत में हुए थे भर्ती
- 22 दिन बाद जिला कोविड अस्पताल से हुए डिस्चार्ज
बालकृष्ण मिश्रा/सुकमा : कोरोना महामारी के इस भयावह दौर में आम जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कोरोना की दूसरी लहर में बच्चे, बुजुर्ग सहित युवा वर्ग के साथी भी हताहत हुए हैं, पर कुछ ऐसे युवा भी हैं जिन्होंने अपने जीवन जीने की ललक की बदौलत कोरोना को हराकर, विजयी होकर घर को वापस लौटे हैं। आज वे साथी क्षेत्र के युवाओं के लिए उदाहरण के रुप में उभरकर सामने आ रहें हैं कि कोरोना को गंभीर संक्रमण होने के बावजूद हराया जा सकता है। कोरोना से 22 दिन की लम्बी लडाई के बाद धनदेव ने आखिरकार विजयी प्राप्त की। पूरी तरह स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज होते समय धनदेव के चेहरे पर प्रसन्नता साफ झलक रही थी।
सुकमा विकासखण्ड के ग्राम सोनाकुकानार निवासी धनदेव बघेल ने 24 अप्रैल को अपना कोरोना जाँच करवाया। विगत दस दिवस से उन्हें सर्दी, खांसी, बुखार और शरीर में दर्द की तकलीफ थी। इसके साथ ही उन्हें साँस लेने में भी परेशानी आ रही थी। परेशानी ज्यादा गंभीर होने पर उन्होंने आखिरकार कोविड जाँच करवाई। 28 अप्रैल को उनकी जाँच रिर्पोट पाॅजिटिव आई। जिला कोविड अस्पताल में भर्ती करने के समय धनदेव की हालत बहुत गंभीर थी। भर्ती के समय उनका आॅक्सीजन लेवल मात्र 83 प्रतिशत था। साथ ही तीव्र शारीरिक पीड़ा और हाथ पैर में सूजन भी थी।
10 दिन तक वेन्टीलेटर पर थे धनदेव
डाॅ. गिरीश कश्यप ने बताया की 24 वर्षीय धनदेव को साँस लेने में बहुत कठिनाई हो रही थी, जिसके कारण उनको कोविड अस्पताल के आईसीयू में वेन्टीलेटर पर रखा गया। प्रतिदिन दवाई, उपचार और निरंतर माॅनिटरींग की गई। धनदेव शारीरिक रुप से कमजोर जरुर हो चुका था पर मानसिक तौर पर मजबूत था। 10 दिवस के कठिन सफर को बड़ी हिम्मत के साथ पूर्ण किया। आॅक्सीजन लेवल सामान्य होने पर उन्हें सामान्य बेड पर रेफर किया गया। जहाँ धनदेव को और 12 दिन चिकित्सीय निगरानी में रखा गया। समुचित उपचार के फलस्वरूप 22 दिन में धनदेव पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। आॅक्सीजन मास्क हटने के बाद से आज उनका ऑक्सीजन प्रतिशत 95-98 प्रतिशत के बीच है। अंततः 22 दिन कोविड अस्पताल में बिताने के बाद 20 मई को पूर्णतः स्वस्थ होने के उपरान्त उन्हें डिस्चार्ज किया गया।
प्रशासन और चिकित्सकों को प्रति जताया आभार
वैश्विक महामारी कोरोना पीड़ित लोगों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग समर्पित भाव से जुटा हुआ है। कोविड को पटखनी देकर धनदेव ने यह साबित कर दिया की सतत् चिकित्सीय उपचार और मजबूत मनोबल से मौत को पछाड़कर जीवन को संवारा जा सकता है। धनदेव ने पूरी तरह स्वस्थ होने पर कोविड अस्पताल के चिकित्सकों, नर्स, स्वच्छता कर्मचारियों और अस्पताल में ड्यूटी कर रहे अन्य कर्मियों के प्रति आभार व्यक्त किया है।
कोरोना से ना डरें, समय रहते उपचार करवाएं
धनदेव ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि समय पर कोरोना जाँच करवाएं, अन्यथा स्थिति गंभीर हो सकती है। कोविड पाॅजिटिव होने पर बिना किसी डर के कोविड अस्पताल आकर इलाज करवाएं। जिला प्रशासन द्वारा यहाँ कुशल चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को नियुक्त किया गया है जिनके देखरेख में मरीज़ शीघ्र स्वस्थ होकर अपने घर लौट रहें है। उन्होंने कहा कि वे निर्धारित समयावधि के पश्चात् कोविड का टीका भी अवश्य लगांएगे।