किरीत ठक्कर/गरियाबंद। पिछले चार दिनों से नगर के वार्ड नं 9 में निजी निर्माण कार्य किया जा रहा है। कहने को जिले को सम्पूर्ण कंटेंटमेंट जोन घोषित करते हुऐ कई दिनों से लॉक डाउन लगाया गया है किंतु अफसरों के अभयदान से कुछ खास लोगों के लिए दूध भात है। पिछले कई दिनों से जारी लॉक डाउन में यदि आम आदमी गलती से भी मास्क नही लगाया होता है तो उस पर कार्यवाही करते तुरंत जुर्माना अधिरोपित कर दिया जाता है , किंतु पिछले चार दिनों से वार्ड नं 9 का एक व्यक्ति बाहरी महिला व पुरुष श्रमिकों से लगतार निर्माण कार्य करवा रहा है, जिसकी लिखित मौखिक शिकायत लगभग सभी अधिकारियों से की गई है, यहां तक कि कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर को भी मोबाइल पर चर्चा के माध्यम से सूचित किया गया है लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नही की गई।
इस मामले ने नगर पालिका अधिकारी संध्या वर्मा कहती है कि उक्त व्यक्ति एल्डरमैन परिवार से है तथापि अध्यक्ष महोदय ने उन पर किसी भी तरह की कार्यवाही करने से मना किया है। अब उन्हें कौन समझाये की इस महामारी के समय में कलेक्टर का आदेश महत्वपूर्ण है या पालिका अध्यक्ष का मौखिक आदेश। विचित्र बात ये है कि ये निर्माण कार्य पालिका अध्यक्ष गफ़्फ़ु मेमन के घर के बगल में ही चल रहा है , नगर के निर्वाचित जिम्मेदार जनप्रतिनिधि व नागरिक होने के उन्हें स्वयं महामारी के संक्रमण को रोकने के प्रयास किये जाने चाहिये।
कार्यालय कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी गरियाबंद द्वारा 16 मई 2021 को जारी आदेश क्रमांक 1641 / एडीएम / 2021 के अनुसार सम्पूर्ण जिले को आगामी 31 मई तक के लिए कंटेंटमेंट क्षेत्र घोषित करते हुए लॉक डाउन लगाया गया है , जारी आदेश के बिंदु क्रमांक 16 के मुताबिक जिले में निजी निर्माण कार्य प्रतिबंधित है , इसके बावजूद जिला मुख्यालय गरियाबंद नगर के मेन रोड में जारी निर्माण कार्य पर संबंधित अधिकारी किसी भी तरह की कार्यवाही करने को तैय्यार नही है।

