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कोरोना मरीज पस्त अधिकारी मस्त- सर बचा लीजिए हम लोगों को : गरांजी कोरोना मरीज

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  • गरांजी स्थित कोविड सेंटर की हालत को लेकर जिला प्रशासन गंभीर नहीं

नरसिंग मंडावी/नारायणपुर : कोरोना महामारी की दूसरी लहर के चलते जो हाहाकार मचा हुआ है, उसका असर नारायणपुर में भी है। जिले में रोज कई कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। नारायणपुर के गरांजी में स्थित बुनियादी बालक आश्रम को 600 बिस्तरों का कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। जिसमें लगभग 300 से अधिक मरीज वर्तमान स्थिति में भर्ती हैं। लेकिन इस सेंटर में प्रशासन की व्यवस्था अपना दम तोड़ती नजर आ रही हैं। वहां के मरीजों द्वारा सोशल मीडिया में यह खबर दी जा रही है, कि कई दिनों से वहां के शौचालय को साफ नहीं किया गया है और पानी की भी किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है। आपको बता दें की यह शहर का सबसे बड़ा कोविड-19 सेंटर है और जिला प्रशासन के सभी बड़े अधिकारी इसकी देखरेख में लगे हुए हैं। लेकिन इस कोविड-19 सेंटर की जैसी तस्वीरें वहां पर उपस्थित मरीज सोशल मीडिया के जरिए एक दूसरे को मूलभूत सुविधाओं को लेकर अवगत करा रहे है ताकि ठीक किया जा सके अब तक जो तस्वीर आ रही है , वह बहुत ही निंदनीय हैं। ऐसी व्यवस्था से कोरोना के मरीजों को कोरोना के अलावा अन्य बीमारियों का शिकार भी होना पड़ सकता है
जनप्रतिनिधि अपनी आपत्ति जिला प्रशासन को दर्ज करा रहे है। जिला प्रशासन के द्वारा कोरोना के मरीजों के लिए बनाए गए कोविड केयर सेंटर के देखरेख में बहुत ज्यादा कोताही बरत रही है। जिला प्रशासन के इस अव्यवस्था का असर कोरोना पीड़ित मरीजों पर हो रहा है ।

कोविड सेंटर की बदहाल स्थित के बारे में विस्तार से उल्लेख किया जा रहा है फिर भी । इसके बाद भी प्रशासन हरकत में नहीं आ रहा आया। बुधवार को को बस्तर सांसद दीपक बैज सहित क्षेत्रीय विधायक चंदन कश्यप साथ ही जिले के सभी बड़े अधिकारी गरांजी स्थित कोविड सेंटर पहुंचे और व्यवस्था का जायजा लिया। फिर भी जिम्मेदार अधिकारी गंदगी को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे है गुरुवार को एलेक्स थॉमस ने सुबह अपनी पत्नी के लिए नाश्ता लेकर गए हुए थे कोविड सेंटर में जगह जगह पीपीई कीट देखने के बाद सुबह करीब 9 बजे के दौरान ड्यूटी में लगे लोगों से जब पीपीई कीट के विषय पूछने लगे तो बहस करने लगे और यहां तक कहा यह हमारा काम नहीं है जिसको जो करना है कर लो जहा शिकायत करना है कर लो यहां तक कलेक्टर साहब को भी शिकायत कर लो इस प्रकार से कहने लगे ।
इस प्रकार से लगातार शिकायत करने के बाद भी यदि यहां ड्यूटी करने वाले जिम्मेदार लोग अपनी रौब दिखा रहे है साथ ही बहस करने में उतर आ रहे हैं इससे साफ नज़र आता है गरांजी कोविड सेंटर की हालत क्या है। गरांजी स्थित कोविड सेंटर की हालत को लेकर जिला प्रशासन गंभीर नहीं ।

सर बचा लीजिए हम लोगों को : गरांजी कोरोना मरीज
नारायणपुर : कोरोना महामारी की दूसरी लहर के चलते जो हाहाकार मचा हुआ है, उसका असर नारायणपुर में भी है। जिले में रोज कई कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। नारायणपुर के गरांजी में स्थित बुनियादी बालक आश्रम को 600 बिस्तरों का कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। जिसमें लगभग 300 से अधिक मरीज वर्तमान स्थिति में भर्ती हैं। लेकिन इस सेंटर में प्रशासन की व्यवस्था अपना दम तोड़ती नजर आ रही हैं। वहां के मरीजों द्वारा सोशल मीडिया में यह खबर दी जा रही है, कि कई दिनों से वहां के शौचालय को साफ नहीं किया गया है और पानी की भी किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है। आपको बता दें की यह शहर का सबसे बड़ा कोविड-19 सेंटर है और जिला प्रशासन के सभी बड़े अधिकारी इसकी देखरेख में लगे हुए हैं। लेकिन इस कोविड-19 सेंटर की जैसी तस्वीरें वहां पर उपस्थित मरीज सोशल मीडिया के जरिए एक दूसरे को मूलभूत सुविधाओं को लेकर अवगत करा रहे है ताकि ठीक किया जा सके अब तक जो तस्वीर आ रही है , वह बहुत ही निंदनीय हैं। ऐसी व्यवस्था से कोरोना के मरीजों को कोरोना के अलावा अन्य बीमारियों का शिकार भी होना पड़ सकता है
जनप्रतिनिधि अपनी आपत्ति जिला प्रशासन को दर्ज करा रहे है।

जिला प्रशासन के द्वारा कोरोना के मरीजों के लिए बनाए गए कोविड केयर सेंटर के देखरेख में बहुत ज्यादा कोताही बरत रही है। जिला प्रशासन के इस अव्यवस्था का असर कोरोना पीड़ित मरीजों पर हो रहा है ।

कोविड सेंटर की बदहाल स्थित के बारे में विस्तार से उल्लेख किया जा रहा है फिर भी । इसके बाद भी प्रशासन हरकत में नहीं आ रहा आया। बुधवार को बस्तर सांसद दीपक बैज सहित क्षेत्रीय विधायक चंदन कश्यप साथ ही जिले के सभी बड़े अधिकारी गरांजी स्थित कोविड सेंटर पहुंचे और व्यवस्था का जायजा लिया। फिर भी जिम्मेदार लोग गंदगी को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे है गुरुवार को तीन चार परिजनों ने सुबह का नाश्ता लेकर गए हुए थे कोविड सेंटर में जगह जगह पीपीई कीट, ग्लोब्स देखने को मिले जगह जगह पड़े पीपीई किट ग्लोब्स के पड़े होने के कारण मिलने जाने वाले और अन्य लोगों को भी इस वायरस अपने चपेट में ले सकता है भले ही यह जिम्मेदार लोगों के लिए गंभीर बात नही होगा लेकिन इससे संक्रमण ज्यादा फैलने की संभावना है एलेक्स थॉमस सुबह करीब 9 बजे के लगभग अपनी पत्नी के लिए नाश्ता लेकर गए हुए थे उस दौरान ड्यूटी में लगे लोगों से जब पीपीई कीट के विषय पूछने लगे तो बहस करने लगे और यहां तक कहा यह हमारा काम नहीं है जिसको जो करना है कर लो जहा शिकायत करना है कर लो यहां तक कलेक्टर साहब को भी शिकायत कर लो इस प्रकार से कहने लगे ।
इस प्रकार से लगातार शिकायत करने के बाद भी यदि यहां ड्यूटी करने वाले जिम्मेदार लोग अपनी रौब दिखा रहे है साथ ही बहस करने में उतर आ रहे हैं इससे साफ नज़र आता है गरांजी कोविड सेंटर की हालत क्या है। अब देखना आगे दिलचस्प होगा कि खुलासा के बाद भी यहां की हालत में सुधार होगा या नहीं।

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