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शहर की लाइफ लाइन में नाली नहीं होने से बढ़ रही है बाढ़ की आपदा

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  • व्यापारियों के दुकानों में घुस रहा है पानी
  • कांकेर में बारिश के पानी से बाढ़ जैसी स्थिति

अक्कू रिजवी/कांकेर : कांकेर शहर की समस्याओं पर इससे पूर्व भी इस लोकप्रिय समाचार पत्र में प्रकाशित हो चुका था कि 10 मिनट की बारिश में भी पुराने बस स्टैंड में तालाब बन जाता है और पब्लिक को परेशानी होती है। नगर पालिका तथा प्रशासन ना तो नाली बनवाते हैं और ना पंप द्वारा इस अनचाहे तालाब को खाली करने हेतु कुछ करते हैं। कल रात और आज सुबह की बारिश से यहां स्थिति और विकराल हो गई जब इस अनचाहे तालाब का पानी दुकानों में घुसने लगा और दुकानदार परेशान हो गए। कपड़े के व्यापारी देवांगन ने कहा कि गर्मी के दिनों में ये हाल है तो बारिश आने पर हम दुकानदारों का क्या होगा? जन सहयोग समाज सेवी संस्था के संचालक अजय पप्पू मोटवानी ने कहा कि कांकेर भारत में एकमात्र जगह है जहां मेन रोड को दुकानों से इतना अधिक ऊंचा बना दिया गया है और नाली का निर्माण नहीं हो पाने से अजीब हालात पैदा हो गए हैं और यह निश्चित है कि बरसात के दिनों में यह इलाका बुरी तरह तबाह हो जाएगा। यह सोचने की बात है कि किसके दबाव में यह घटिया निर्माण किया गया है ? जिससे लाभ के बदले दुकानदारों की हानि हो रही है । मई के महीने में बाढ़ आ रही है। वह भी नाली के गंदे पानी की बाढ़ और ऐसे समय में जब लॉकडाउन के कारण मज़दूर नहीं आने पर मजबूर है और आम जनता मज़दूर को ढूंढने पर मजबूर है। नगर पालिका बिना प्लानिंग किए कुछ भी करती रहती है और पब्लिक परेशान होती है। नगर पालिका कांकेर के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ठाकुर से इस संबंध में चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि नाली निर्माण की निविदा हो चुकी है लेकिन लॉकडाउन के कारण काम नहीं हो पा रहा है लॉकडाउन समाप्त होने के बाद नाली बनेगी ।चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष दिलीप खटवानी ने अपने बयान में कहा कि दुकानदार भाइयों का बहुत नुकसान हो रहा है। डर है कि बारिश के दिनों में क्या होगा? उससे पहले ही इस एरिया से गंदे पानी की निकासी सुनिश्चित की जानी चाहिए। अन्यथा बरसात में नाली और नदी दोनों की बाढ़ से हमारा शहर कांकेर डूब जाएगा । चेंबर के महामंत्री गफ्फार भाई ने कहा कि हम इस मामले को शीघ्र ही कलेक्टर साहब के समक्ष ले जाएंगे और उनसे कहेंगे कि लाॅक डाउन होने के बावजूद नाली निर्माण की अनुमति दी जाए ताकि बारिश के दिनों से पहले ही ढंग से नालियां बन जाए अन्यथा कांकेर शहर का भारी नुकसान हो सकता है। हमारे व्यापारी भाई लॉकडाउन से पहले ही बहुत नुकसान उठा चुके हैं और अब नाली की बाढ़ उन्हें और भी हानि पहुंचा रही है। कांकेर शहर का पुराना बस स्टैंड आज भी शहर की रौनक है। उसे किसी भी कीमत पर तबाह होने से बचाया जाना चाहिए।

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