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मदर्स डे पर साक्षी और लीसा के पर्यावरण सुरक्षा के आव्हान पर माताओं ने वन्य ग्राम धवलपुर में किया वृक्षारोपण

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  • बेमिसाल 1 साल के आदित्य चौधरी ने किया मम्मी के साथ वृक्षारोपण

महेन्द सिंह/पांडुका/नवापारा/राजिम/रायपुर : मातृ दिवस 9 मई को पूरे देश में मां को आदर पूर्वक याद किया गया उनका सम्मान किया गया। इसी कड़ी में गरियाबंद जिले के सुदूर वन्य ग्राम धवलपुर की रहने वाली बी कॉम द्वितीय वर्ष की ब्रिलियंट स्टूडेंट साक्षी ढिगे एवं उनकी छोटी बहन लीसा ढिगे के अंदर एक बेहतरीन आइडिया आया कि मातृ दिवस के अवसर पर स्वयं अपनी मां श्रीमती हेमा ढिगे के हाथों औषधि युक्त और फलदार पौधों का वृक्षारोपण करेंगे और करवाएंगे तथा इनकी गंभीरता से देखभाल करके पीढ़ी दर पीढ़ी इस सुंदर परंपरा को बनाए रखना है जिससे पर्यावरण सुरक्षा और ग्रीन अर्थ का महत्व हमेशा बना रहे। इसी कड़ी में साक्षी और लीसा और उनकी माताजी हेमा ने गांव की परिचित महिलाओं को वृक्षारोपण हेतु प्रेरित किया जिसे सभी ने सहर्ष स्वीकार किया। कोरोना काल में अपने अपने घर के कैंपस या आसपास अपने पुत्र पुत्रियों के सहयोग से औषधि युक्त बहुउपयोगी पौधे लगाए जिसमें तुलसी, नीम, आंवला, बरगद, पीपल, आम ,अमरूद, जामुन सहित अनेक पौधों का रोपण किए मातृशक्ति का प्रतीक वृक्षारोपण जिससे पीढ़ी दर पीढ़ी पर्यावरण सुरक्षा का संदेश मिलता रहेगा यहां एक बेमिसाल दृश्य चर्चा का विषय रहा पुलिस कैंप में पदस्थ महिला पुलिस बल कीश्रीमती कविता चौधरी जब अपने कैंपस में वृक्षारोपण के लिए 1 साल के बेटे आदित्य के साथ जमीन में बैठी तो अबोधबालक आदित्य ने वृक्षारोपण के दौरान मा के हाथों को अपने कोमल हाथों से हटाकर वृक्षारोपण किया अद्भुत दृश्य था जिसने भी देखा वह गदगद हो गया और चर्चा का विषय बन गया है निश्चित तौर पर यह बालक पर्यावरण देवदूत है। बच्चे की मम्मी कविता चौधरीने छत्तीसगढ़ वाच प्रमुख महेंद्र सिंह ठाकुर को बताया कि मास्टर आदित्य भजन या भक्ति गीत बहुत शांत चित्त होकर सुनता है। इसी कड़ी में श्रीमती लीना राजपूत श्रीमती संतोषी ध्रुव श्रीमती बबीता ध्रुव श्रीमती भुनेश्वरी देव श्रीमती सीता पात्रे श्रीमती मंजू यादव श्रीमती कविता चौधरी श्रीमती शोभा तोमर श्रीमती किरण राजपूत श्रीमती पूर्णिमा राजपूत श्रीमती प्रेमा राजपूत श्रीमती गीता साहू ने अपने बच्चों के साथ वृक्षारोपण किया।इस तरह वन्य ग्राम धवलपुर में मातृशक्ति द्वारा रोपे गए वृक्ष मातृशक्ति का भावपूर्ण संदेश सैकड़ों साल देते रहेंगे।

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