रायपुर : छत्तीसगढ़ी फिल्मों के सुपर स्टार अनुज शर्मा ने कोरोना संक्रमण पर जीत हासिल की है। गुरुवार रात वे अस्पताल से अपने घर लौट गए। 17 अप्रैल को संक्रमित हुए अनुज शर्मा को अचानक ऑक्सीजन लेवल 88 तक डाउन होने की वजह से रायपुर के NH MMI हॉस्पिटल में तीन दिन पहले ही भर्ती किया गया था। अनुज की पत्नी भी संक्रमित होने की वजह से उन्हीं के साथ एडमिट की गई थीं। दैनिक भास्कर को अनुज शर्मा ने बताया कि मेरी 70 साल की मां, भाई-भाभी, उनके दो बच्चे, पत्नी, घर का स्टाफ, अनुज शर्मा की 12 और 8 साल की बच्चियां संक्रमित हुईं। अब सभी की तबीयत ठीक है, सभी होम आइसोलेशन में हैं। कोरोना संक्रमण की पकड़ से बाहर आए एक्टर ने साझा किए अपने अनुभव पढ़िए उन्हीं के शब्दों में।
अचानक चेस्ट पर किया था वायरस ने अटैक
अपने अनुभव साझा करते हुए अनुज शर्मा ने बताया कि पॉजिटिव आने पर शुरू से ही डॉक्टर्स से सलाह लेकर मैं दवाएं लेना शुरू कर चुका था। चेस्ट की जांच कराई। सब कुछ बिल्कुल ठीक था। मगर 5 दिन बाद चेस्ट स्कोर 5 आया, वो भी तब जब मैं ठीक हो रहा था। इससे ये समझ आया कि हम इस कोरोना बीमारी को हल्के में नहीं ले सकते। मेरे शरीर से जाते-जाते इस वायरस ने अटैक किया। मगर यहां जरूरी है कि मैं दवाएं ले रहा था, समय पर चेकअप करवाया, तब वक्त रहते सब सामान्य हो पाया। तो लोग इसे हल्के में लेकर जांच न करवाना, ध्यान न देना जैसी लापरवाही बिल्कुल भी न करें।
जब सभी संक्रमित हो गए तो हुई थी टेंशन
एक्टर अनुज शर्मा ने कहा कि परिवार के सभी लोग संक्रमित हो गए तो मुझे काफी टेंशन हुई। भाभी, मैं और मेरी पत्नी की तबीयत ज्यादा बिगड़ने की वजह से सिर्फ तीन को ही अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। दिमाग में यही बात आ रही थी कि कैसे सब ठीक हो। मगर शांत दिमाग से हमने इस स्थिति को हैंडल किया। डॉक्टर्स की निगरानी और सलाह से परिवार के लोग दवा ले रहे थे। समझ आया कि दवा समय पर लेना, समय पर जांच करवाकर उपचार में जुट जाना बेहद जरूरी है। इसी वजह से अब परिवार के सभी लोग और मैं ठीक हो पाए हैं। अब पूरा परिवार 17 दिनों तक आइसोलेट रहेगा।
जैसे ही संक्रमण ने घेरा मैंने बनाया प्लान, घबराएं नहीं शांत रखें दिमाग
इस वायरस से जीतने में हमें हमारी तैयारी काफी मदद करती है। अनुज शर्मा ने बताया कि परिवार में जब लोगों को संक्रमण के लक्षण दिखने शुरू हुए तो मैंने आगे क्या करना है इसके प्लान पर काम शुरू कर दिया। अस्पतालों के संपर्क में हम थे, ताकि इमरजेंसी के वक्त बेड मिले, घर पर ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर मंगवा लिया था। घबरा जाएंगे तो कोई उपाय नहीं सूझेगा। स्टेप बाय स्टेप मैंने एक-एक कर आने वाली दिक्कतों को भांपते हुए प्लान बनाया। डॉक्टर्स की दवाओं और उनके केयर की वजह से हम ठीक हो पाए
दवाएं भी चल रही थीं और सेल्फी भी
MMI अस्पताल के स्टाफ में भी इस बात की चर्चा थी कि अस्पताल में अनुज शर्मा इलाज करवा रहे हैं। नर्सिंग स्टाफ, सफाईकर्मी, कोविड वार्ड के डॉक्टर्स अक्सर उनके साथ सेल्फी क्लिक करने की रिक्वेस्ट करते थे। अनुज ने बताया कि इस दौरान कुछ बातें भी हो जाया करती थीं, सेल्फी लेने के बाद स्टाफ भी खुश हो जाता था। मेडिकल टीम का काम मुश्किल है, मगर उनके चेहरों पर कभी तनाव नहीं दिखता था। इस रिस्क में वो काम करते हैं, मेरे लिए ये भी मोटिवेट करने वाली बात थी। अपने फैंस के लिए अस्पताल से अनुज ने इक प्यार का नगमा है, गीत गाकर वीडियो सोशल मीडिया में पोस्ट किया था।