- फलों के थोक व्यापारियों का कहना है कि हमने वही रेट बेच रहे हैं जिस रेट में आया है और चिल्लर में सही दाम में बेच रहे
अक्कू रिजवी/कांकेर : कांकेर जिला मुख्यालय कांकेर में अनेक लोगों ने आपदा को अवसर बनाते हुए कालाबाजारी का धंधा शुरू कर दिया है जिसका भार आम जनता के सर पर आ रहा है । प्रशासन ने गुड़ाखू की कालाबाजारी में 1 या 2 व्यापारियों की दुकान सील करने के बाद , लगता है अपनी मुहिम बंद कर दी है । यही कारण है कि कुछ लोग ठेले पर फल बेचकर डेढ़ गुना 2 गुना मुनाफा पीट रहे हैं। कलेक्टर कांकेर द्वारा अपने आदेश में गरीब लोगों को ठेले पर फल सब्जी भेजने की अनुमति दे दी गयी है तथा कुछ लोगों को होम डिलीवरी की भी छूट दे दी गयी है लेकिन यह देखा जा रहा है कि फिलहाल होम डिलीवरी वाले कालाबाजारी नहीं कर रहे हैं किंतु ठेले वाले जल्दी अमीर बनने के फिराक में लोगों से फलों के दुगने दाम वसूल रहे हैं और लोग मजबूरी में खरीद भी रहे हैं। कुछ बुद्धिजीवी नागरिकों ने जबानी रिपोर्ट कर भी दी है। अब यह देखना उचित होगा कि प्रशासन कुछ कार्यवाही करता है अथवा नहीं? उल्लेखनीय है कि फलों की अधिक आवश्यकता बच्चों, वृद्ध लोगों तथा मरीजों को रहती है और यही वर्ग फलों की कालाबाजारी का शिकार बन रहा है, जो कि बहुत ही अमानवीय तथा खेद का विषय है । आशा है, शीघ्र उचित कार्यवाही होगी,,,,