संजय महिलांग/नवागढ़ : पृथ्वी दिवस के मौके पर रविवार को शंकर नगर के देशी बीज बैंक भवन में सोशल डिस्टेंसीग का पालन करते हुए औषधीय पौधों की वितरण किया गया । मौके पर एक पौधे लगाकर पृथ्वी को बचाने व उसे संरक्षित करने का संकल्प लिया। समृद्धि स्वदेशी बीज बैंक के संस्थापक अध्यक्ष व कार्यपालक अधिकारी किशोर राजपूत ने कहा कि हर पौधे की अपनी खासियत होती है। कोई फल देकर मानव जाति के लिए भोजन की व्यवस्था करता है तो कई पौधे औषधीय रूप में इंसान के काम आते हैं। इतना ही नहीं, हमारे लिए ऑक्सीजन का उत्सर्जन भी करते हैं। पौधों को हर हाल में संरक्षित रखना होगा। धरती की सुरक्षा कवच के साथ छेड़छाड़ का नतीजा ही है कि आज कहीं सुखा तो कहीं बाढ़ जैसी विपदा बनी हुई है। धरती को सुंदर बनाने के लिए इसे हरा-भरा रखना होगा। इसके लिए पौधे लगाने होंगे। वरिष्ठ शिक्षक सूखनन्द वर्मा ने कहा कि गमलों में भी लगाएं छोटे पौधे। आज शहरों में पर्यावरण प्रदूषण के चलते शुद्ध हवा तक नहीं मिल पाती। हम कमरे, छज्जे या छत पर गमले में छोटे पौधे लगाकर अपने आसपास हरियाली को बढ़ावा दें। सजावट वाले छोटे पौधों को लगाने से घरों की सुंदरता के साथ पर्यावरण भी शुद्ध होता है। पेड़ों की कटाई से पर्यावरण असंतुलित हो रहा है। पर्यावरण को सुरक्षित व स्वच्छ रखने के लिए पौधारोपण करना होगा। रविशंकर निषाद ने कहा कि धरती हर वस्तु की अनंत स्त्रोत है, लेकिन उस अनंत स्त्रोत को बनाए रखने की ताकत सिर्फ पेड़ पौधों में है। देवी वर्मा ने कहा कि जल, वायु, मिट्टी, नदी, नाले, खनिज संपदा सभी के स्त्रोत पेड़ ही हैं। इन्हें काटकर हम अपने ही जीवन को संकट में डाल रहे हैं ।इस अवसर पर गिलोय,तुलसी, मेंथा,हल्दी,मोरेंगा दिया गया।
पृथ्वी को बचाने के लिए पौधा लगाने व संरक्षित करने का संकल्प
