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रेंजर की लापरवाही ने ली 2 लोगों की जान, हाथियों ने कुचल कर मार डाला वन विभाग ने ना मुनादी कराई ना खबर दी, रेंजर को निलंबित करने की मांग

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कमलेश रजक/मुंडा : लवन वन परिक्षेत्र के ग्राम खैरा(ब) में आज पति पत्नी को हाथी ने कुचल कर मार डाला हाथी प्रभावित क्षेत्र में हाथियों के आने की खबर वन अमले को नहीं हुई। रेंजर घर में ताला लगा कर सोते रहे ,और 2 लोगों की जान चली गई। बलौदा बाजार वन मंडल के वन परीक्षेत्र लवन के ग्राम खैरा(ब) में आज हाथियों ने 2 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। मृतकों में डेरहा राम पटेल 55 वर्ष एवं रानी बाई पति डेरहा राम 52 वर्ष शामिल है। वह सुबह 9 बजे गांव के नजदीक जंगल गए थे उनको हाथियों के आसपास होने की भनक नहीं थी इसी दौरान हाथियों ने उन्हें दौड़ा कर मार डाला जिससे गांव में शोक का माहौल व्याप्त हो गया है । ग्राम वासियों में इस बात को लेकर बेहद आक्रोश व्याप्त है कि वन विभाग द्वारा हाथियों के आगमन की कोई जानकारी नहीं दी गई और ना ही इसकी गांव में मुनादी कराई गई जबकि हाथी पिछले दो-तीन दिनों से इसी वन परिक्षेत्र के जंगलों में घूम रहे थे। इसकी जानकारी वन विभाग के परिक्षेत्र अधिकारी को थी किंतु उनके द्वारा गांव में मुनादी नहीं कराया गया जिसके कारण ग्राम वासियों को क्षेत्र में हाथियों के आने की खबर पता नहीं चल पाया जिसका खामियाजा अपनी जान देकर 2 ग्राम वासियों को चुकाना पड़ा। ज्ञात हो कि लवन वन परिक्षेत्र में पदस्थ वन परिक्षेत्र अधिकारी एन के सिन्हा की निष्क्रियता से लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है । उनकी निष्क्रियता के कारण वन धन की चोरी तो हो ही रही है वन्य प्राणियों के शिकार के साथ-साथ ग्रामीण भी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। वन परिक्षेत्र लवन के अंतर्गत हाथी प्रभावित क्षेत्र होने के कारण वन विभाग द्वारा लवन वन परीक्षेत्र को गजराज वाहन भी उपलब्ध कराया गया है। जो सिर्फ कागजों में दौड़ रहा है जबकि हकीकत में इसे सिर्फ कार्यालय में नुमाइश के लिए खड़ा कर रखा गया है क्योंकि इस क्षेत्र में हाथियों का आवागमन अक्सर लगा रहता है । लेकिन वन परिक्षेत्र के अधिकारी घर में ताला लगाकर सोए थे जब ग्राम वासियों ने घटना की सूचना वन विभाग में दी तब वन परीक्षेत्र अधिकारी सूचना मिलने के कई घंटे बाद अपने अमले के साथ सहानुभूति दिखाने पहुंचे और महज खानापूर्ति पूर्ति कर औपचारिकता निभा दी। जिसके कारण पूरा वन महकमा निकम्मा साबित हो गया है। और गजराज वाहन कार्यालय में खड़े-खड़े धूल खा रहा हैं । गजराज वाहन के नाम पर सिर्फ बिल लगाकर राशि डकारने का काम किया जा रहा है। ग्राम वासियों एवं कांग्रेस कमेटी के संयुक्त सचिव पेखन ध्रुव एवं सरपंच मानसिंह ने घटना को दुखद बताते हुए इस दुर्घटना से आक्रोशित होकर वन परिक्षेत अधिकारी एनके सिन्हा को तत्काल निलंबित करने की मांग की है एवं मृतकों के परिजनों को तत्काल मुआवजा देने की मांग की है। ज्ञात हो कि यहां पदस्थ वन परिक्षेत्र अधिकारी की निष्क्रियता के चलते क्षेत्रीय विधायक एवं संसदीय सचिव द्वारा मुख्यमंत्री एवं वन मंत्री को इन्हें हटाए जाने संबंधी पत्र भी कई बार लिखा गया है। जिसके बाद इन्हें हटा दिया गया था। किंतु हाई कोर्ट से स्टे लेकर वह अपने पद पर अभी तक बरकरार हैं। अब ग्राम वासी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि इनके निलंबन की मांग कर रहे हैं।

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