बालकृष्ण मिश्रा /सुकमा : स्वास्थ्य विभाग द्वारा होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजो को सलाह दी गई है और उनके द्वारा कोरोना पीड़ित मरीजों को जरूरी दवाइयों की किट उपलब्ध कराई जा रही है। किट में दवा कैसे लेनी है, इसकी जानकारी से युक्त पर्ची भी सलंग्न होती है। सामान्य तौर से पांच दिन की दवाइयों का कोर्स है। लेकिन विटामिन सी, जिंक टेबलेट और केल्सियम की गोली को आगे 10-15 दिन तक सेवन अच्छा माना गया है। बुखार आने पर मरीज को पैरासिटामाल की गोली लिया जाना है। सर्दी होने पर सिट्रीजन गोली लेना है। यदि किसी को दस्त की समस्या हो तो दूरभाष से सम्पर्क कर चिकित्सक की सलाह लें। ओआरएस एवं इलेक्ट्रॉल युक्त जल का सेवन बार-बार किया जाना चाहिए। खाने-पीने में कोई कमी नहीं रखनी चाहिए। प्रोटीन युक्त भोजन ज्यादा उचित होगा। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी।
अब तक 1926 मरीजों ने होम आइसेालेशन मे रहकर कोरोना को दी मात
कोविड कंट्रोल रुम होम आइसोलेशन प्रभारी डाॅ गौतम ने बताया के जिले में अब तक 1926 व्यक्तियों ने होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना से जंग जीत चुके हैं। वहीं वर्तमान में जिले में 50 मरीज होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करा रहें हैं। उन्होंने बताया कि मरीजों को आइसोलेशन पश्चात् अतिरिक्त 7 दिवस के लिए अनिवार्य रुप से होम क्वारंटीन में रहने की सलाह दी जाती है। आइसोलेशन की अवधि में जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियुक्त स्वास्थ्यकर्मी प्रतिदिन मरीज या उनके अटेंडेंट से फोन के माध्यम से संपर्क में रहते है।
आइसोलेशन अवधि में निर्देशों का सख्ती से करें पालन
कोरोना संक्रमित मरीज के होम आइसोलेशन में रहने के लिए घर में हवादार कमरा और अलग शौचालय होना अनिवार्य है। मरीजों से अपील की है कि वे संबंधित चिकित्सक को अपने आक्सीजन लेवल, तापमान, पल्स आदि की सही रीडिंग बताए। अगर मरीज को सांस लेने में कठिनाई, सीने में लगातार दर्द या दबाव, होंठ या चेहरे का नीला पड़ना, ऑल्टर्ड सेसोंरियम (डिस-ओरिएंटेशन) जैसे गंभीर लक्षण विकसित होने पर इसकी सूचना तत्काल कण्ट्रोल रूम में दूरभाष या 104 से संपर्क कर देनी चाहिए। होम आइसोलेशन के मरीज अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बंद नही करें, अपने संपर्क में आए लोगों की जानकारी दें ताकि उनके परिजन, मित्र भी समय पर जांच कराएं और संक्रमण से बच सकें।
जिला प्रशासन सुकमा द्वारा कोविड-19 के संबंध में नियंत्रण कक्ष बनाए गए है। होम आईसोलेशन के मरीजों के सहायता के लिये फोन नंबर 07864284262, 9425597875, 9424276509, 8074555025, 7587474156, 6266501702, 7587307192 में संपर्क किया जा सकता है।
घर पर रहें, सुरक्षित रहें, कोरोना से बचें, औरों को भी बचाएं, लाॅकडाउन के नियमों का कड़ाई से करें पालन
स्वास्थ्य विभगा द्वारा आम जनता से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिये सावधानी बरतने की अपील की गई है। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये सबसे बेहतर उपाय इसके प्रभाव में आने से स्वयं को बचाना है। अति आवश्यक मेडिकल एमरजेंसी या आपात स्थिति पर ही घर से निकले, घर से निकलते समय मुंह तथा नाक को मास्क या अन्य किसी कपड़े से अच्छी तरह ढंकने और बाहर पर्याप्त सोशल डिस्टेंसिंग मेनटेन करने की भी अपील की गई है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए संक्रमित व्यक्ति के निकट में आने से बचें, अपने हाथ साबुन से बार-बार धोते रहें, आँख व नाक को छूने से बचें, सामान्य सर्दी, खांसी, बुखार आने पर तत्काल चिकित्सक की सलाह लें, भीड़-भाड़ वाले इलाके में जाने से बचें। कोरोना की दूसरी लहर का कोविड वायरस पहले से अधिक खतरनाक है जो बहुत तेजी से लोगों को संक्रमित कर रहा है। अनावश्यक यहाँ-वहाँ जाने से बचे तथा सार्वजनिक रूप से इकट्ठा होकर भीड़ जैसी स्थिति नहीं बनायें।
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर सोशल मीडिया सहित अन्य संचार माध्यमों में प्रसारित होने वाली कथित भ्रामक सूचनाओं से भी सावधान रहने की अपील आमजनों से की गई है। लॉकडाउन के नियमों का पालन करें, अपने घरों में रहें, कोरोना संक्रमण से खुद को और अपने परिजनों तथा आसपास के लोगों को भी बचाएं। अति आवश्यक होने पर ही सामाजिक कार्यक्रमों को सादगीपूर्ण तरीके से एवं जिला प्रशासन द्वारा अनुमति लेकर निर्धारित संख्या में लोगों की उपस्थिति में आयोजित किया जाये। यदि किसी ने कोरोना वायरस प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण किया है या किसी ऐसे व्यक्ति के सम्पर्क में आये हैं, जिन्होंने कोरोना वायरस प्रभावित प्रदेश या क्षेत्र की यात्रा की है, तो वे अपना स्वास्थ्य परीक्षण कोरोना जांच अवश्य करायें। जिससे उनके मन में किसी भी प्रकार की शंका न रहे तथा वायरस से संक्रमित पाये जाने पर तत्काल उपचार कराएं।