टीकम निषाद/ देवभोग । ग्राम पंचायत के केकराजोर पर काफी जद्दोजहद करने के पश्चात स्कूल की स्वीकृति दिया गया और महीनों पहले निर्माण एजेंसी को प्रथम किस्त जारी कर दिया। मगर आज तक जारी राशि अनुसार स्कूल निर्माण कार्य नहीं हो पाया है। बल्कि मैटेरियल सप्लायर को एडवांस पैसा देना बताकर बीते 1 माह से काम बंद कर रखा है। ग्रामीणों के अनुसार ग्राम केकराजोर कि साला वर्षों से जर्जर स्थिति को देखते हुए कईयों बार अधिकारी मंत्री को अवगत कराने के बाद बमुश्किल नया स्कूल स्वीकृत किया गया। और 12 लाख की लागत से स्वीकृत कर निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत को बनाया। बकायदा इस सत्र मैं बच्चों को नया स्कूल मिल पाए इसके लिए जनपद अधिकारियों ने भी तेजी से कागजी प्रक्रिया पूर्ण कर ग्राम पंचायत को प्रथम किस्त के रूप में 4 लाख 50000 जारी कर दिया और जारी अनुसार चैखट लेवल तक स्कूल निर्माण किया जाना था। लेकिन जिम्मेदार सरपंच सचिव ने डीपीसी लेवल तक काम कर छोड़ दिया है। और गेट खिड़की सहित मैटेरियल सप्लायर को एडवांस राशि देने की बात कहकर अपना अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। जिसके चलते पालकों में काफी ज्यादा रोष देखने को मिल रहा है। क्योंकि अगर आने वाले दिनों में स्कूल संचालित किया जाता है। तो मासूम बच्चों को पुराने खंडहर स्कूल में पढ़ाई करना पड़ेगा। मतलब निर्माण एजेंसी की उदासीनता के चलते बच्चों को अपनी जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करना मजबूरी होगा। बावजूद इसके सरपंच सचिव स्कूल निर्माण को लेकर गंभीर नहीं है। शायद यही वजह है कि दिनों दिन बीत रहा है। लेकिन स्कूल निर्माण शुरू नहीं हो पाया है ।जबकि निर्माण कार्यों में गति लाने के लिए इंजीनियर एसडीओ सहित अन्य अधिकारी पदस्थ किए गए हैं। फिर भी जरूरी स्कूल निर्माण कार्य कछुए की चाल पर कराया जा रहा है। ऐसे में बच्चों को नए स्कूल के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है ।क्योंकि जिम्मेदार सरपंच सचिव तरह तरह कि बहाना बताकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं ।जिससे चिंतित गांव के कुछ पालक जिला पंचायत सीईओ को ज्ञापन सौंपकर जल्द से जल्द स्कूल पूर्ण कराने की मांग करेंगे ।
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