- पहाड़ी के उपर लगा रहा श्रध्दालुओ की भीड़ जगह जगह भंडारा व प्रसाद वितरण
पुलस्त शर्मा/मैनपुर : महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर आज गुरूवार को क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक स्थल पैरी उद्गम स्थल भाठीगढ़ सहित क्षेत्र के सभी शिव मंदिरो में भक्तो की अपार भीड़ देखी गई दोपहर बाद रिमझिम बरसते पानी के बीच भी श्रध्दालु भाठीगढ़ शिव मंदिर मे पूजा अर्चना करने पहुंचते रहे। सुबह से लेकर देर शाम तक श्रध्दालु जयकारे लगाते भक्ति भावना से ओत प्रोत नजर आ रहे थे जगह जगह भंडारा व प्रसाद वितरण कार्यक्रम आयोजित किये गये थे तो वहीं रामायण पाठ का भी आयोजन किया गया। क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक स्थल पैरी उद्गम स्थित प्राकृतिक शिव मंदिर मे आज अल सुबह लोग पहुचकर ब्रम्ह मुहुर्त मे स्नान कर जलाभिषेक किये और मंदिर मे भीड़ के चलते श्रध्दालु कतार बध्द होकर भगवान शिव को जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक करते रहे। भक्तो व श्रध्दालुओ की भीड़ पैरी उद्गम स्थल पहाड़ी मंदिर तक लगी रही बड़ी संख्या मे लोग पैरी मंदिर मे पहुंच पहाड़ी के उपर पूजा अर्चना कर क्षेत्र मे सुख शांति समृध्दि की कामना किया तो वहीं तहसील मुख्यालय मैनपुर से 4 किमी दूर छुईहा के जंगल महादेव घाट मे भी आज महाशिवरात्रि के अवसर पर भारी भीड़ लगी रही यहां विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान जारी है लाल पथरा स्थित भुनेश्वर महादेव, मैनपुर बस स्टैण्ड, जिड़ार, जाड़ापदर, शोभा, गोना, उदंती, बम्हनीझोला के साथ क्षेत्र के शिवालयो मे पूजा अर्चना करने भक्तो की भारी भीड़ लगी रही
ज्ञात हो कि पैरी उद्गम भाठीगढ़ मे प्राचीन शिव मंदिर है जहां स्थापित शिवलिंग का आकार दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है इस शिव मंदिर को काफी प्राचीन व प्रदेश के प्रसिध्द शिव मंदिर के रूप मे लोग जानते है और यहां प्रदेश के कोने कोने से जलाभिषेक करने श्रध्दालु पहुंचते है, यहां के पुजारी माखन दास वैष्णव ने बताया कि यह शिव मंदिर प्राचीन काल से है और इस मंदिर मे सभी धर्मो के लोग बड़ी संख्या मे पहुंचते है भगवान शिव सभी की मनोकामना पूर्ण करती है इसलिये प्रतिवर्ष श्रध्दालुओ की संख्या बढ़ती जा रही है, पूरे प्रदेश के शिव मंदिरो मे यह एक प्राचीन शिव मंदिर के रूप मे जाना जाता है, भाठीगढ़ मे मां दंतेश्वरी, मां बम्हनीन, मां कालाकुंवर, मां भाठीगढ़ीन, मां शीतला, भगवान गणेश, राधाकृष्ण, जगन्नाथ स्वामी, हनुमान मंदिर के साथ अनेक देवी देवताओ के मंदिर है और यह क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक स्थल है जहां बारहो माह श्रध्दालुओ की भीड़ देखी जा सकती है।
पैरी उद्गम की पहाड़ी धार्मिक मान्यताओं के चलते श्रध्दा का केन्द्र
पैरी उद्गम स्थल भाठीगढ़ चारो तरफ से पहाड़ी व घने जंगलो से घिरा हुआ क्षेत्र है पहाड़ी के उपर लगभग 800 फीट उंचाई मे पैरी उद्गम स्थल है जहां मंदिर का निर्माण किया गया है, पैरी का उद्गम बड़े पत्थर के चट्टान के बीच से हुआ है जहां एक कुंड से लगातार पानी की धार निकल रही है जहां बारहो माह पानी भरा रहता है यह पानी की धार पहाड़ी के नीचे कुछ दूरी पर खेत मे नजर आता है और आगे चलकर ये त्रिवेणी संगम राजिम मे मिलता है पैरी उद्गम स्थल तक पहुंचने के लिये अब सीढ़ीयो का निर्माण भी किया जा चुका है जहां श्रध्दालुओ की अपार भीड़ हमेशा देखने को मिलती है इस पैरी उद्गम पहाड़ी मे कई स्थानो पर गुफा व राजा महाराजा जमाने के तलवार व खड़क आज भी देखे जा सकते है, भाठीगढ़ पैरी उद्गम पहाड़ी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है।