महेन्द्र सिंह/ पाण्डुका/श्यामनगर/सुरसाबांधा : अंचल में धूमधाम से मनाया गया महाशिवरात्रि का पर्व लोगो ने भरे सबेरे से भगवान शिव की आराधना प्रारम्भ कर दी एंव दूध , दही , घी , मधुरस , गंगाजल से भगवान शिव का स्नान करवाया तत्पश्चात , गुलाल , चंदन ,भस्म आदि से भगवान का श्रृगार किया उसके बाद पुष्पहार बेलपत्र , धथुरा कनेर आदि से अलंकृत कर नैवेद्य अर्पित किया इसके बाद धूप दीप अगरबत्ती आदि से भगवान की आरती उतारी एंव नारियल अर्पित कर सुख समृद्धि एंव कोेरोना से मुक्ति की कामना की। इस दौरान पाण्डुका एंव पाण्डुका के आसपास अंचल में स्थित शिवालयो में भारी भीड़ देखी गई लोग बारी बारी से पूजा पाठ करते एंव सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुये नजर आये। पाण्डुका क्षेत्र के प्रसिद्ध पंडित नरेश शर्मा जी ने बताया कि महाशिवरात्रि महादेव शिवशंभू व माता शक्ति पार्वती के पाणिग्रहण संस्कार की परम पावन तिथि होने के साथ साथ भगवान शिव के प्राक्टय उत्सव के रूप में मनाया जाता है। उन्होने ने बताया कि त्रयोदशी युक्त चर्तुदशी था और उसके साथ साथ शिव योग और सिद्ध योग था जो कि दोनो शुभकारी एंव मंगलकारी था। उनहोने ने बताया कि महाशिवरात्रि में भगवान शिव की पूजा अर्चना चारो प्रहर मंे होता है जो कि दिन से लेकर रात तक चलता है।
पाण्डुका अंचल में धूमधाम से मनाया गया महाशिवरात्रि का पर्व, लोगो ने सुख समृद्धि एंव कोरोना से मुक्ति की कामना
