तिलकराम मंडावी/ डोंगरगढ़। मां बम्लेश्वरी उपर पहाड़ी के दक्षिण दिशा में स्थित जटाषंकर पहाड़ में महाशिवरात्रि पर विषेश आराधना होगी। यह मंदिर विषेश रूप से नि:संतान दंपतियों की मनोकामना के लिए जाना जाता है। डोंगरगढ़ से गाजमर्रा रोड में स्थित औद्योगिक बांस डिपो से मंदिर चढऩें के लिए पहाड़ का रास्ता षुरू होता है। भविश्य में पहाड़ में सीढ़ीयों का भी निर्माण होना है। फिलहाल पथरीलें कच्चें रास्तों से होकर उपर पहुंच सकतें है। श्री जटाषंकर मंदिर ट्रस्ट समिति के सचिव भागवत नामदेव ने बताया कि मंदिर के सामनें स्थित विषालकाय चट्टान में एक साथ 10 हजार लोग ठहर सकतें है। भविश्य में योग मेडिटेषन स्थल भी बनानें की योजना है। आनें वालें समय में केंद्र सरकार के प्रसाद योजना में भी मंदिर को षामिल करके कायाकल्प करनें की मांग की गई है। जटाषंकर पहाड़ की सबसें पहली तस्वीर दैनिक भास्कर दिखा रहा है। दूर-दराज से फरियाद लेकर आतें है भक्त- महाषिवरात्रि के अलावा पूरें सावनमास में यहां पर भक्तों का रेला लगा रहता है। खासकर नि:संतान दंपतियों की फरियाद पूरी होती है। दूर-दराज से लोग जलाभिशेक करनें जटाषंकर धाम पहुंचतें है। षिवरात्रि पर विषेश पूजा व प्रसादी का वितरण किया जाएगा।
नि:संतान दंपतियों की पूरी होती है जटाशंकर धाम में मनोकामना, महाशिवरात्रि पर होगी विषेश आराधना
