रायपुर। काम रोको प्रस्ताव पर बोलने को लेकर विपक्ष की कार्य शैली से लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने की आपत्ति
विधानसभा अध्यक्ष पर ब्रिजमोहन अग्रवाल द्वारा विपक्षी सदस्यों के बोलने के क्रम को लेकर विवाद की स्थिति
विपक्षी सदस्य और विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत आमने सामने
सदन में विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष की टिप्पणी को लेकर जताई नाराजगी
छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज शून्यकाल के दौरान भाजपा विधायकों की उग्रता को देखकर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने काफी तीखा तेवर अपनाया।
उन्होंने नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक एवं वरिष्ठ भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मेरी आवाज़ यहां कुछ लोगों को सुनाई नहीं पड़ती। इसलिए जोर से बोलना पड़ता है।
शून्यकाल के दौरान भाजपा विधायक दल ने बठेना पर काम रोको प्रस्ताव के जरिये की थी चर्चा की मांग
बृजमोहन अग्रवाल के बाद भाजपा विधायक सौरभ सिंह बोलना चाह ही रहे थे कि विधानसभा अध्यक्ष ने जनता कांग्रेस विधायक धर्मजीत सिंह को अपनी बात रखने का मौका दे दिया था
धर्मजीत सिंह को मौका देने पर विपक्षी दल भाजपा की तरफ से शिकायत सामने आई कि हत्या जैसे गंभीर मामले में भाजपा के लोगों को बोलने के अवसर से वंचित किया जा रहा है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने मैं । सन् 1980 से सदन का अनुभव लेते आ रहा हूं। 5 बार विधानसभा और 5 बार लोकसभा चुनाव लड़ चुका हूं। आठ बार विधायक रहा। साथ में मंत्री भी।रहा हु कुछ सदस्यों को परंपरा और नियमों में फर्क दिखाई देने लगा है।
बृजमोहन अग्रवाल जब अपनी बात कहने लगे डॉ. महंत ने बीच में ही टोकते हुए कहा कि मैं भी परपराओं को जानता हूं। मैं भी चिल्ला सकता हूं। (बहुत जोर से)
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि आप डरा रहे हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मेरी आवाज़ यहां कुछ लोगों को सुनाई नहीं देती इसीलिए जोर से बोलना पड़ रहा है। इसके बाद डॉ. महंत सदन की जिम्मेदारी सभापति देवेन्द्र बहादुर सिंह को सौंपकर बाहर अपने कक्ष में चले गए।
नाराज भाजपा विधायकों ने सदन से वाक आउट कर दिया ,,
भाजपा विधायकों की गैर मौजूदगी में आगे सदन की कार्यवाही जारी रही।
1 दिन में 8 विभागों के बजट प्रस्ताव बिना चर्चा पास करा दिए गए और इस बजट प्रस्ताव के पास होने के बाद अब सत्र कल खत्म होने की संभावना है