- कसडोल विधानसभा क्षेत्र के विकास की गाथाओं में डॉ साहब का नाम स्वर्णिम अक्षरों में अंकित
- विकास के प्रतीक थे कन्हैया लाल शर्मा
पुरूषोत्तम कैवर्त/ कसडोल : प्रेम के ढाई अक्षर से किस तरह अपने दुश्मनों को भी वश में किया जाता है इसकी सीख हमें स्व डॉ कन्हैया लाल शर्मा के क्रियाकलापों से लेनी चाहिए ।कसडोल विधानसभा क्षेत्र को अविभाजित म प्र में स्व डॉ कन्हैया लाल शर्मा ने विशिष्ट पहचान दिलाई थी । कसडोल विधानसभा क्षेत्र के विकास की हर एक गाथा में स्व डॉ साहब का नाम स्वर्णिम अक्षरों में अंकित है । कसडोल विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक एवं म प्र शासन के कद्दावर मंत्री रहे स्व डॉ कन्हैया लाल शर्मा के 19 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर ” कन्हैया के वृंदावन ” उनके गृह ग्राम चिचपोल में वसुंधरा सामा – जिक सेवा संस्थान द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष ( केबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त ) सुरेन्द्र शर्मा ने उक्त बातें कही । उन्होंने आगे कहा कि जिस समय स्व डॉ कन्हैयालाल शर्मा प्रथम बार विधायक बने उस समय कसडोल विधानसभा क्षेत्र चारों तरफ नदी नालों से घिरा हुआ एक टापू था , रायपुर का सफर तय करने दो से तीन दिन लग जाता था । क्षेत्र में व्याप्त बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने उन्होंने भगीरथ प्रयास किया और अपने मुहिम में उन्हें लगातार एक के बाद एक सफलताएं मिलती गई तथा क्षेत्र में विकास की एक लहर दौड़ पड़ी । सिंचाई ,पेयजल ,सड़क ,शिक्षा ,स्वास्थ्य ,बिजली आदि के क्षेत्र में उपलब्ध सुविधाएं केवल और केवल स्व डॉ साहब के सद्प्रयासों का प्रतिफल है । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हितेन्द्र ठाकुर ने कहा कि स्व डॉ कन्हैया लाल शर्मा विकास के प्रतीक थे , विकास की दृष्टि से अत्यंत पिछड़े हुए कसडोल विधानसभा क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछाकर ,बलार जलाशय ,जोंक नहर , अपर एवं लोवर भन्डोरा , तौलीडीह , आदि जलाशय का निर्माण कराकर सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराकर , महाविद्यालय ,आई टी आई , अस्पताल , गांव गांव में बिजली आदि की सुविधाएं बहुत ही कम समय में उपलब्ध कराने में स्व डॉ साहब का सरल ,सहज ,मिलनसार व्यवहार से ही सम्भव हो पाया है । स्व डॉ साहब अजातशत्रु थे व्यक्तिगत रूप से उनका कोई विरोधी नहीं थे बल्कि राजनीतिक विरोधी भी डॉ साहब के कायल थे । वसुंधरा सामा – जिक सेवा संस्थान के अध्यक्ष अनुराग मिश्रा ने स्व डॉ साहब के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम सभी को उनके आदर्शों पर चलकर उनके सपनों के अनुरूप क्षेत्र के विकास में अपना योगदान देना चाहिए यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।जनपद सदस्य सिद्धांत मिश्रा ने क्षेत्र के जीवनदायिनी बलार जलाशय को स्व डॉ कन्हैयालाल शर्मा के नाम पर किए जाने के जनपद सदस्य अविनाश मिश्रा के द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव को जनपद द्वारा अनुमोदित किए जाने की जानकारी देते हुए शासन स्तर पर शीघ्र नामकरण कराए जाने कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष से आग्रह किया । कार्यक्रम को कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष अशोक यादव ने भी सम्बोधित किया ।कार्यक्रम का संचालन मनीष मिश्रा ने किया तथा आभार प्रदर्शन अर्जुन दास पड़वार ने किया इस अवसर पर अभाविप के गणेश शंकर साहू , लीला राम धीवर ,मुरारी धीवर , द्वारिका निर्मलकर , लेख राम जायसवाल , सोसायटी के अध्यक्ष सुकलाल बंजारे , प्रबंधक सुशील मिश्रा आदि सहित भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे ।