अक्कू रिजवी/ कांकेर। कांकेर के जाने-माने युवा मुस्लिम नेता कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव आवेश मेमन ने छत्तीसगढ़ राज्य के बजट 2021 22 की समालोचना करते हुए एक वक्तव्य में कहा है कि हमारे प्रदेश के मुखिया वित्त मंत्री दाऊ भूपेश भैया द्वारा प्रस्तुत बजट पूरी तरह छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था पर आधारित है जबकि भाजपा काल के बजट उनकी संकीर्ण राजनीति पर आधारित रहते थे। मुख्यमंत्री जी तथा उनकी वित्त विभागीय टीम ने काफी विचार-विमर्श तथा गहन अध्ययन के पश्चात यह बजट तैयार किया जिसमें छत्तीसगढ़ की सभी समस्याओं सभी जिलों तथा सभी समुदायों का ध्यान रखा गया है। इसमें विशेष ध्यान देहात पर केंद्रित है क्योंकि छत्तीसगढ़ का 90% क्षेत्र देहात ही है ,मात्र 10% ही शहरी क्षेत्र में आता है, 80% से अधिक जनता खेती किसानी से जुड़ी हुई है, जिनके दम पर आज छत्तीसगढ़ को देश में धान का कटोरा कहा जाता है। जिसके लिए वर्तमान बजट में विशेष प्रावधान किए गए हैं। अन्य क्षेत्रों में शिक्षा हेतु 10 नए कालेज तीन मेडिकल कॉलेज तथा राजस्व क्षेत्र में 11 नई तहसीलों के लिए बजट में प्रावधान किया गया है । तीन प्रमुख पिछड़े वर्गों के लिए बोर्ड बनाए जा रहे हैं, जिनसे इन वर्गों का तेजी से विकास हो सकेगा। बजट में छत्तीसगढ़ के सभी जिलों का ध्यान रखा गया है। किसी को उपेक्षित नहीं किया गया है। बजट में एक नई बात यह भी है कि पहली बार पत्रकारों के लिए 5 लाख तक का दुर्घटना बीमा सरकार द्वारा किए जाने का प्रावधान रखा गया है। सिंचाई की सुविधाएं बढ़ाई गई हैं । कोई नया टैक्सेशन नहीं किया गया है ताकि पहले से ही टैक्सों से लदी हुई जनता पर और भार न पड़े तथा व्यापार में भी आसानी हो । कुल मिलाकर छत्तीसगढ़िया बजट में सब का ध्यान रखा गया है। केंद्र सरकार तो सब के विकास की केवल बात ही करती है, अमल नहीं करती लेकिन हमारे प्रदेश के बजट में विकास को साकार करने हेतु सचमुच में ठोस कदम उठाए गए हैं और आवश्यक रकम भी पहले से ही स्वीकृत कर दी है बजट के जो आलोचक इसे बेकार का बजट बता रहे हैं, वे स्वयं 15 साल तक एक से एक बेकार बजट प्रस्तुत करते रहे हैं, इनसे कितना विकास हुआ यह पब्लिक अच्छी तरह जानती है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा बजट पेश किया गया जो कि किसान के हित में गड़बो नवा छत्तीसगढ़ के संकल्प को पूरा करते नज़र आया : आवेश मेमन
