- मांगों को लेकर पहुंचे जिला सिरजन कला परंपरा गरियाबंद के पदाधिकारी
- मांग पर शीघ्र विचार नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी
यामिनी चंद्राकर/ छुरा : राजिम मांघी पुन्नी मेला का आगाज गत 2 दिनो से प्रारंभ हो चुका है, किंतु स्थानीय कलाकारों को मंचीय अवसर नहीं मिलने पर खास नाराजगी और आक्रोश दिखाई दे रही है । जिसके चलते 1 मार्च सोमवार को लगभग 30 कलाकारों के दल प्रमुख ने लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह पहुंचकर कलेक्टर गरियाबंद प्रभारी मंत्री, विधायक के नाम तहसीलदार ओपी वर्मा को ज्ञापन सौंपा। बता दें, कि यहां के स्थानीय कलाकार प्रारंभ वर्षों से कम मानदेय पर प्रस्तुति देते आ रहे थे, किंतु यहां के लोक कलाकारों को नजरअंदाज कर ज्यादा मानदेय लेने वाले कलाकारों को चयनित करने वाले जिम्मेदार प्रभारियों द्वारा बुलाया जाना स्थानीय कलाकारों के अधिकार को हनन को दर्शाता है। संगठन के प्रमुख राजकुमार यादव, गोकरण मानिकपुरी, यशोमती सेन, गंगा बाई मानिकपुरी, भुवन सेन ने बताया कि उक्त मांग पर विचार नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दिए हैं। उन्होंने आगे बताया कि नगर पंचायत सभापति राजिम पुष्पा गोस्वामी, पूर्व जनपद अध्यक्ष और सिरजन कला परंपरा के प्रधान संरक्षक राघोबा माहड़ीक के निर्देशन में सभी कलाकारों ने उपस्थिति प्रदान किए, जिसमें पुनाबाई बंसोड़ ,रमेश बंसोड़, बुधारु यादव, दौलत यादव, खेलावन निषाद, भुवनरसैन , जीवन सेन, देव श्री सेन, बलिराम ध्रुव, बलराम ध्रुव, चैतू राम तारक, चुम्मन सिन्हा, ठाकुर राम साहू, पवन धृतलहरे, इकबाल खान ,तुला राम साहू, युवराम दीवान ,गोवर्धन सिन्हा ,यमुना साहू, केसरा ध्रुव ,चमरु निषाद ,महेश साहू ईश्वर साहू, नथेलल दास मानिकपुरी ,चोवाराम यादव, चंदू राम दीवान ,कल्याण सिंह कंवर, गोवर्धन सिदार ,मणिराम दिवान ,दाऊ राम कंवर, सिरोतन साहू ,जोहतरूं नेताम ,शिव कुमार निषाद , सुनीता झरिया, यश कुमार साहू ,हेमलाल साहु आदि शामिल है।