दिलहरण चंद्रा/ जैजैपुर : जैजैपुर विधायक केशव चंद्रा ने विधानसभा सत्र के तीसरे दिन विधानसभा में छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के 5 करोड़ 50 लाख के अनुपूरक बजट पर चर्चा का दौर शुरू करते हुए अपना उद्बबोधन दिया । अपने उद्बोधन के दौरान इस अनुपूरक बजट चर्चा दौरान शासन की विभिन्न योजनाओं और उनके बीच आने वाली समस्याओं पर चर्चा करते हुए अनेक मुद्दों और समस्याओं पर अपनी बात कही । उन्होंने उद्बबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि प्रदेश की जनता ने पिछली सरकार को उनके 15 साल की गलतियों की सजा दी है और इस सरकार को मौका दिया वर्तमान सरकार को चाहिए कि जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरे और पिछली सरकार की गलतियों को ना दोहराये ।
बैटरी चलित स्प्रेयर – बाजार भाव 2200 तो
शासकीय बिल 5800 रुपये
जैजैपुर विधायक केशव चंद्रा ने इस वर्ष कांग्रेस सरकार द्वारा डी एम एफ मद से बैटरी चलित स्प्रेयर किसानों को बांटने की चर्चा की है । उन्होंने कांग्रेस की योजनाओं और उसका क्रियान्वयन करने वाले अधिकारियों पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि इसका बाजार भाव .2200 रुपये है पर शासकीय बिल मे इसका बाजार भाव 5800 रुपये बताया गया है
जबकि इतने रुपए में तीन स्प्रेयर आ सकते थे तो इस योजना के रुपए सीधे किसानों को क्यों नहीं दिया गया उसे ₹5800 में खरीद कर किसानों को देने का आखिर क्या औचित्य है ।
शासन की योजनाओं का लाभ प्रत्येक व्यक्ति को मिले
जैजैपुर विधायक केशव चंद्रा ने अनुपूरक बजट चर्चा के दौरान इस बात पर भी चर्चा की कि शासन की किसी भी योजना का लाभ समाज , राज्य और देश के अंतिम छोर मे बैठे व्यक्ति को भी मिलना चाहिए तभी वह योजना फलीभूत मानी जाएगी । शासन की योजनाएं हर व्यक्ति को मिलनी चाहिए चाहे उसने सत्ता पक्ष में वोट दिया हो या ना दिया चाहे वह उसका विरोधी हो या उसका समर्थक हो । अगर कोई सत्ता में आता है तो सारी जनता उसकी होती है और उसकी योजनाएं भी सारी जनता की होती है तो इसलिए सत्ता पक्ष में बैठे दल को यह सोचना चाहिए की उसकी कोई योजना राज्य के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचे । हमारी अधिकांश योजनाएं उसके वाजिब हकदारों को नहीं मिल रही है बल्कि रास्ते में ही अधिकारियों , कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों मे बंट जा रही है.। उन्होंने इस विषय मे चर्चा करते हुए कहा कि मैने यह बात हमेशा सदन मे रखी है कि जब तक भ्रष्टाचार रहेगा जनता का विश्वास किसी राजनीतिक दल पर नही होगा और उसका खामियाजा कभी न.कभी भुगतना ही होगा.।
विधायको को डेढ करोड रुपये तो प्रभारी मंत्री को पचास लाख रुपये बाटने का अधिकार
जैजैपुर विधायक केशव प्रसाद चंद्रा ने इस अनुपूरक बजट चर्चा के दौरान विधायक निधि पर भी चर्चा की है । उन्होंने कहा कि एक विधायक को अपने क्षेत्र की जनता के लिए डेढ.करोड प्रतिवर्ष दिया जाता है । इस निधि को बढा कर दो करोड की बात हो तो रही है.इस पर कोई पहल नही की जा रही है । विधायक निधि के परिप्रेक्ष्य मे देखा जाये तो एक.बडे गाँव मे पचास लाख तक की राशि विकास के लिए दी जाती है और वही तहसीलों मे राजीव गांधी न्याय योजना के नाम से केन्द्र सरकार से 35 लाख दिये जाते है जिसे चार से पांच गांवो मे देकर खत्म कर दिया जाता है जबकि इस राशि का पूरे तहसील मे समान वितरण होना चाहिए । एक विधायक जिसके क्षेत्र मे पचास से सत्तर गांव तक होते है ऐसे मे वह एक गांव मे कितनी राशि विकास के लिए दे सकता है ।
नये बने ग्राम पंचायत भवन निर्माण का भुगतान बाकी
का मुद्दा उठाया
जैजैपुर विधायक केशव चंद्रा ने कोरोना काल मे क्वारेंटाइन सेंटर के दौरान काम करने वालो की तारीफ की जिनकी मेहनत और लगन से कोरोना से होने.वाले नुकसान को कम किया जा सका है और.कुछ.हद.तक नियंत्रण किया गया परंतु इसी दौरान क्वारेंटाइन सेंटर पर होने वाले खर्च का जिक्र भी उन्होंने किया । उन्होंने नये बने ग्राम पंचायतों और उन पंचायतो के तकलीफ को बताया जिन्होंने अपने खर्च पर क्वारेंटाइन सैंटर की अवधि पूरी की और जिन्हें उसका भुगतान अब तक नही किया जा सका है । नये बने सरप़ंचो के सिर क्वारेंटाइन सेंटर मे खर्च की राशि.को कैसे भुगतान करे और लेनदारों को कैसे चुप कराये , इसका संकट आ पडा़ है ।
धान का बोनस. त्यौहार पर पहले क्यो नही
धान के बोनस पर भी चर्चा करते हुए उन्होंने व्यंग्य कसते हुए कहा कि हा ! धान का बोनस मिला है और त्यौहार के अवसर.पर मिला है और त्यौहार मे दारू मे खर्च भी हो गये । दरअसल कांग्रेस से विधायक चंद्रपुर विधायक रामकुमार यादव ने उन्हें याद दिलाया कि धान का बोनस किसानों को हरेली , छेरछेरा , होली पर मिला है तो विधायक जैजैपुर ने इस पर तंज कसते हुए पूर्ण शराबबंदी के वादे को याद दिलाया है l