नई दिल्ली : सीएम ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में मतदान कराए जाने को लेकर सवाल खड़े किए हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि आठ चरणों में चुनाव कराने से किसको लाभ होगा? उन्होंने चुनाव आयोग की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि वे इस फैसले से किसको फायदा देना चाहते हैं?
उन्होंने कहा कि असम में एक फेज में चुनाव कराया जा रहा है. फिर पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में चुनाव क्यों करवाया जा रहा है? किसकी मदद करने के लिए? बीजेपी ने जो भी मांग की थी उसे पूरा किया गया है. आधे जिला में प्रत्येक दिन चुनाव क्यों करवाए जा रहे हैं. एक जिला में एक ही दिन चुनाव क्यों नहीं करवाया जा रहा है? क्या ये सब इसलिए किया गया है ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पश्चिम बंगाल आने से पहले असम और तमिलनाडु में अपना चुनाव प्रचार पूरा कर लें.
ममता ने आगे कहा कि कुछ भी हो जाए, हमलोग बीजेपी को कामयाब नहीं होने देंगे. हमलोग उन्हें खत्म कर देंगे. वे लोगों को हिंदु और मुस्लिम के नाम पर बांट रहे हैं. फिलहाल गेम जारी है. हमलोग खेलेंगे और जीतेंगे. बीजेपी पूरे देश को बांट रही है. वो बंगाल में भी कुछ ऐसा ही करना चाहते हैं लेकिन इस प्रदेश को मैं अच्छे से जानती हूं. वो अब मुसलमानों को भी बांटने की कोशिश कर रहे हैं.
पश्चिम बंगाल में चुनाव की घोषणा हो गई है. यहं पर आठ फेज में चुनाव होगा. 27 मार्च को पहले चरण की वोटिंग होगी. एक अप्रैल को दूसरे फेज का मतदान, 6 अप्रैल को तीसरे फेज का मतदान, 10 अप्रैल को चौथे फेज का मतदान, 17 अप्रैल को पांचवे फेज का मतदान, 22 अप्रैल को छठे फेज का मतदान, 26 अप्रैल को सातवें फेज का मतदान और 29 अप्रैल को आखिरी आठवें फेज का मतदान होगा.
चुनाव आयोग ने बताया कि पश्चिम बंगाल में एक लाख से ज्यादा मतदान केंद्रों पर वोट डाले जाएंगे. कोरोना को देखते हुए सभी राज्यों में मतदान केंद्र बढ़ाए गए हैं. इसके अलावा मतदान का समय भी एक घंटा बढ़ाया गया है. कोरोना को देखते हुए सभी चुनाव अधिकारियों का टीकाकरण किया जाएगा. मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुनील अरोड़ा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में 2016 में 77,413 चुनाव केंद्र थे अब 1,01,916 चुनाव केंद्र होंगे. सभी सीटों के लिए वोटो की गिनती 2 मई को होगी.