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अंगना म शिक्षा कार्यक्रम के तहत मैनपुर में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन 

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पुलस्त शर्मा/ मैनपुर : तहसील मुख्यालय मैनपुर स्थित सामुदायिक भवन प्रांगण में आज गुरूवार को संकुल मैनपुर एवं जिड़ार के स्वप्रेरित महिला शिक्षिकाओं द्वारा अंगना म शिक्षा कार्यक्रम के तहत सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विकासखंड स्तरीय स्कूल रेडीनेंस सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत संकुल मैनपुर एवं जिड़ार की शिक्षिकाओं द्वारा महिलाओं एवं बच्चो मे जागरूकता उन्मुखीकरण हेतु कई महत्वपूर्ण विषयों के संबंध मे जानकारी दी गई एवं शिक्षा का आदान प्रदान करने प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य कार्यपालन अधिकारी नरसिंह ध्रुव एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी आर.आर सिंह, शिक्षक लोकेश भोसले द्वारा विधिवत दिप प्रज्जवलित कर  कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में शिक्षिकाओं द्वारा अंगना मे शिक्षा के बारे मे जानकारी देते हुए बताया कि कोरोनावायरस के दौरान कक्षा पहली में अध्ययन कर रहे एवं अगले सत्र में कक्षा पहली जाने के लिए तैयार बच्चों को सीखने-सिखाने हेतु माताओं को प्रशिक्षण दिए जाने का प्रस्ताव. किया गया है मैनपुर विकासखंड में संकुल मैनपुर और संकुल जिड़ार में माताओं व बच्चो में अनिवार्य शिक्षा का अलख जगाने व उन्मुखीकरण के अंतर्गत अंगना म शिक्षा एक नई पहल का शुभारंभ किया गया है जिसके तहत प्राथमिक शाला से पूर्व बच्चों को उनकी माताओं के माध्यम से मूलभूत जानकारी प्रदान करना साथ ही खेल खेल में घर में उपलब्ध सामग्री के माध्यम से बच्चों को शिक्षा देना है जिससे बच्चे प्राथमिक शाला में आसानी से सीख सकें स या एक स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम है जिससे बच्चों को स्कूल जाने से पहले शिक्षा के लिए तैयार करना है बच्चों के मूल्यांकन करने हेतु एक सपोर्ट कार्ड तैयार किया गया है जिसमें माताओं के सहयोग से बच्चों के द्वारा किए गए क्रियाकलाप के सही अथवा गलत होने पर चिन्ह अंकित किया जाता है शारीरिक एवं क्रियात्मक विकास के अंतर्गत चित्र में रंग भरना, कागज को मोड़कर विभिन्न आकृति बनाना, सामाजिक एवं भावनात्मक विकास के अंतर्गत बेझिझक बातचीत करते हुए स्वयं के नाम एवं पता को बता पाना स्वयं को स्वच्छ रखना, बच्चों के बौद्धिक विकास के अंतर्गत वस्तुओं के वर्गीकरण कर पाना, छोटा बड़ा में अंतर कर पाना, भाषा विकास के अंतर्गत अक्षर पहचान, कहानी-कविता सुनाना, चित्र देखकर बता पाना, गणित विकास के अंतर्गत मौखिक जोड़ घटाव, अंको की पहचान कर पाना आदि शामिल है। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने अपने उद्बोधन में कहां की माताएं बच्चों की प्रथम गुरु होती है आपका घर प्रथम पाठशाला है माताए अपने बच्चों को स्कूली शिक्षा के पूर्व बहुत सी ज्ञान खेल-खेल में घर पर ही दे सकती है। इस मौके पर प्रमुख रूप से शिक्षिकाओं में श्रीमती सरोज सेन, नीरा ध्रुव, सीमादास, रेणुका ठाकुर, सुषमा दास, लतेश्वर कर्ष, पदमनी साण्डिल्य, तोकेश्वरी पटेल, हेमलता साहू, सुरैया टंडवीर, संतोषी कश्यप, गोविन्द पटेल, द्रोण कुमार साहू, पूर्व सरपंच सरिता सेन सहित  स्कूली बच्चे उपस्थित थे।
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