टीकम निषाद/ देवभोग। ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम पंचायत मुडागांव मे साफ सफाई का बुरा हाल है। गांव के मुख्य मार्ग किनारे गंदगी का अंबार लगा हुआ है। लेकिन सड़क किनारे पसरी कचरा को साफ करने के लिए जिम्मेदार जहमत नहीं उठा रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कई महीनों से गांव की नाली नलकूप सहित अन्य सार्वजनिक जगहों पर कचरे का ढेर लगा हुआ है। मगर एक बार भी सरपंच सचिव द्वारा साफ सफाई नहीं कराया है । जबकि हजारों रुपए 14वें वित्त मद के तहत निकाल लिया जाता है ।जिसकी जानकारी तक ग्रामीणों को नहीं दिया जाता जिम्मेदार मनमर्जी अनुसार साफ सफाई के नाम पर राशि तो निकाल लेते हैं। लेकिन कहां-कहां खर्च किया गया इसकी भनक ग्रामीणों को भी नहीं होती। सबसे दुर्भाग्य कि बात तो यह है कि गांव की साफ सफाई नहीं होने के चलते अक्सर ग्रामीण मलेरिया बुखार सहित अन्य बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं। फिर भी ग्रामीण गंदगी के बीच गुजर बसर करने को मजबूर है। बावजूद इसके जिम्मेदार सरपंच सचिव बिल्कुल भी साफ-सफाई को लेकर गंभीर नहीं हैं। जबकि मुंडागांव बस्ती तेतलपारा नाली सहित तालाब को कई बार साफ सफाई करने के लिए सरपंच सचिव को कहा गया। लेकिन फंड नहीं आने की बात कहकर अपने अपने हाथ खड़े कर देते हैं ।इस पंचायत मैं भी लाखों रुपए 14वें वित्त मद के तहत आवंटित किया गया ताकि गांव में जरूरत अनुसार साफ-सफाई मरम्मत एवं निर्माण कार्यों को प्राथमिकता के साथ किया जाए लेकिन सिर्फ कागज पर ही काम बता कर 14वें वित्त मद की राशि काे बंदरबांट करने का आरोप भी ग्रामीणों द्वारा लगाया जा रहा है। क्योंकि पंचायत में जब कभी बैठक या ग्राम सभा आयोजित किया जाता है । तो लोगों को सूचना नहीं दी जाती और बैठक में मौजूद गिने चुने लोगों का हस्ताक्षर करा कर बैठक को समाप्त कर दिया जाता है। जिसके खिलाफ भी कईयों बार अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं। लेकिन वर्तमान स्थिति में भी पारदर्शिता के साथ 14वें वित्त मद की राशि का उपयोग नहीं किया जा रहा है।
एम एल मंडावी सीईओ देवभोग -: गांव की साफ सफाई अच्छी तरह करना पंचायत की जिम्मेदारी होती है अगर स्वच्छता के प्रति लापरवाही बरती जा रही है तो कार्यवाही किया जाएगा