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छत्तीसगढ़ में अब ज़ंगलराज, एक सप्ताह में लगातार गैंगरेप के मामलों का सामने आना प्रदेश सरकार के लिए कलंक : भाजपा

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  • भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का सवाल- प्रदेश सरकार ने अराजक और आपराधिक तत्वों को क्या लोगों की जान, अस्मत और सुरक्षा से हैवानियत और खिलवाड़ करने की खुली छूट दे रखी है?
  • बगीचा, कोरबा, पत्थलगाँव के बाद अब मंदिरहसौद में लूट व बलात्कार की वारदात के बाद महिलाओं सहित नागरिक-सुरक्षा के मामले में ढिंढोरची सरकार फिसड्डी ही साबित हुई है
  • साय का उलाहना- प्रदेश का कोई इलाक़ा ऐसा नहीं जो अपराधियों के आतंकराज से मुक्त हो और ऐसा कोई अपराध बाकी नहीं जो दो साल के कांग्रेसी शासनकाल में अंजाम न दिया गया हो

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कोरबा के लेमरू ज़ंगल में 06 युवकों द्वारा प्रदेश की संरक्षित पहाड़ी कोरवा जनजाति के एक परिवार के एक किशोरी के साथ दरिंदगी करने और फिर परिवार के तीन सदस्यों की निर्मम हत्या कर देने, पत्थलगाँव में एक आदिवासी स्कूली छात्रा के साथ 09 युवकों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म के मामले के बाद अब राजधानी के निकटवर्ती मंदिरहसौद थानांतर्गत एक युवती व उसके दो परिचित युवकों को लूटने, मारपीट कर भगाने के बाद युवती के साथ बलात्कार का मामला सामने आने पर प्रदेश की पूरी तरह चौपट क़ानून-व्यवस्था पर फिर सवाल उठाया है। श्री साय ने कहा कि जशपुरनगर ज़िले के बगीचा थाना क्षेत्र में वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने आई अंबिकापुर की एक नाबालिग छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को मिलाकर पिछले एक सप्ताह में सामूहिक दुष्कर्म के चार मामलों का सामने आना प्रदेश सरकार के लिए कलंक की बात है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने सवाल किया है कि प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ में अराजक और आपराधिक तत्वों को क्या लोगों की जान, अस्मत और सुरक्षा से हैवानियत और खिलवाड़ करने की खुली छूट दे रखी है? प्रदेश के नक्शे पर कहीं भी उंगली रखो, कोई इलाक़ा ऐसा नहीं मिलेगा जो अपराधियों के आतंकराज से मुक्त हो और ऐसा कोई अपराध बाकी नहीं रह गया है जो प्रदेश में पिछले दो साल के कांग्रेसी शासनकाल में अंजाम न दिया गया हो। श्री साय ने कहा कि देश में कभी शांत वातावरण के लिए जाना जाने वाले छत्तीसगढ़ को कांग्रेस की नाकारा प्रदेश सरकार ने आज ज़ंगलराज का पर्याय बनाकर रख दिया है। महिला सशक्तिकरण के नाम पर शर्मनाक जुमलेबाजी करने वाली इस सरकार के कार्यकाल में महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा और कार्यस्थल अथवा अन्य ज़गहों पर यौन उत्पीड़न के मामलों का ग्राफ़ बढ़ा है। श्री साय ने कहा कि कोरोना काल में तो इस आँकड़े में अप्रत्याशित वृद्धि की रिपोर्ट यह तस्दीक करती है कि महिलाओं सहित नागरिक-सुरक्षा के मामले में प्रदेश की यह ढिंढोरची सरकार पूरी तरह फिसड्डी ही साबित हुई है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि चोरी, डकैती, लूट, अपहरण, हत्या, मारपीट, बलात्कार, रंगदारी जैसे अपराध करते ज़रायमपेशा तत्वों को अब क़ानून के राज का कोई ख़ौफ़ ही नहीं सता रहा है और अपराधियों का ग़िरोह ‘सैंया भये कोतवाल तो डर काहे का’ की तर्ज़ पर प्रदेश सरकार को अपना मित्र बताकर क़दम-क़दम पर नागरिक सुरक्षा पर सवालिया निशान दाग़ रहा है। श्री साय ने कहा कि प्रदेश क़ानून-व्यवस्था के अब तक के सबसे दयनीय दौर से जूझ रहा है और सियासी लफ़्फ़ाजियों में मशगूल प्रदेश सरकार इस मामले में क़तई गंभीर नहीं है। श्री साय ने सवाल किया कि सामूहिक बलात्कार को ‘छोटा-मोटा अपराध’ बताने वाले प्रदेश के मंत्री शिव डहरिया और अपराधों के सिलसिले को क़ानून-व्यवस्था का मसला नहीं मानने वाले गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू कब छत्तीसगढ़ के लोगों की सुरक्षा को लेकर गंभीर होंगे? राजधानी को तो इस सरकार ने क्राइम कैपिटल बना ही दिया है, अब अराजकता के इस हिंसक तांडव में झोंककर पूरे राज्य को क्राइम स्टेट बनाने पर आमादा यह प्रदेश सरकार कब शर्म महसूस करेगी?

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