पुरूषोत्तम कैवर्त/ कसडोल : ग्राम सेल मे आयोजित संगीतमय श्रीमद भागवत कथा के प्रथम दिवस मंगलाचरण के पश्चात् आचार्य पंडित कीर्तिकुमार पाण्डेय जी ने भगवान के विराट रूप के वर्णन के साथ चौबीस अवतारों की कथा कहीं !पुनः नारद व्यास वार्ता मे नारद जी की पूर्वजन्म की कथा मे संतो की सत्संग की व्याख्या की की किस प्रकार संतो की संगति से नारद जी को ईश्वर की भक्ती प्राप्त हुईं !और भक्ती मार्ग से मोक्ष की प्राप्ति हुईं !पुनः नारद जी के रूप मे जन्म का सौभाग्य प्राप्त हुआ !पुनः नारद जी के द्वारा श्री व्यास जी को चतु श्लोकि भागवत का ज्ञान प्राप्त हुआ और व्यास जी ने
श्रीमद भागवत महापुराण सहित अठारह पुराणों की रचना की एवं संसार के कल्याण के लिए श्री शुकदेव जी को भागवत भक्ती का ज्ञान प्रदान किया !पुनः श्री परीक्षित जी के जन्म की कथा, पांडवो का स्वर्गारोहण, परीक्षित का राजतिलक एवं उनकी प्रजा पालन की महानता का वर्णन किया गया !फिर कलयुग परीक्षित वार्ता, एवं ऋषि द्वारा परीक्षित को सात दिनों मे तक्षक सर्प के काटने से मृत्यु होने का श्राप की कथा कहीं गई !परीक्षित का राज्य त्याग एवं गंगा तट पर आत्ममोक्ष के लिए बैठना संतो का आगमन परीक्षित द्वारा सात दिनों मे मुक्ति का साधन पूछना !संतो का चिंतन एवं श्री शुकदेव जी के आगमन से परीक्षित का प्रसन्न होना अपने भाग्य की सराहना करना शुकदेव जी का स्वागत पूजन अर्चना के साथ प्रथम दिवस की कथा मंगल आरती के साथ विश्राम हुईं !इस संगीतमय भागवत कथा मे संगीत दे रहें है ऑर्गन पर श्री तोशन दास मानिकपुरी, श्री नारायण पटेल, श्री तुलाराम पटेल, श्री रामेश्वर साहू जी, एवं परायणकर्ता है श्री कामता तिवारी जी, आज की कथा ग्राम सेल एवं आसपास के गाँव से सैकड़ो श्रद्धालु उपस्थित रहें जिनमे मुख्यतः श्री धजाराम साहू, श्री सुनाराम साहू, खिलावन साहू, वीरेंद्र वैष्णव, प्रहलाद साहू, परमानन्द साहू, रोहित, कन्हैया, बलराम, बंटी, चुट्टू, राजेश, महेश्वर, सोनू, ओमप्रकाश, राजू, गोविन्द, घनश्याम, प्रदीप, आदि सम्मिलित रहें !

