- निर्वाचन में एक वोट का भी महत्व : कलेक्टर
किरीत ठक्कर/ गरियाबंद। राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर आज भावी और नये मतदाताओं को मतदान के महत्व के बारे में अवगत कराने विविध कार्यक्रम आयोजित किये गये। 20 नये मतदाताओं को ईपिक कार्ड का वितरण भी किया गया। इस अवसर पर निर्वाचन प्रक्रिया में अपने मताधिकार का प्रयोग करने शपथ ली गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (पाॅक्सो) श्री राजभान सिंह ने वन विभाग के आक्सन हाल में आयोजित कार्यक्रम में भावी और युवा मतदाताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसी भी परिस्थिति में मतदान अवश्य करना चाहिए। उन्होंने मतदाताओं से अपने परिवार और आसपास के लोगों को भी मतदान के लिए प्रोत्साहित करने की अपील की। न्यायाधीश श्री सिंह ने कहा कि प्रजातांत्रिक प्रणाली में जनता द्वारा प्रतिनिधि चुना जाता है। यह सबसे बेहतर उदाहरण है। उन्होंने कहा कि भारत देश का संविधान ही अपने आप में विशिष्ट है। संविधान की उद्देशिका हर नागरिक को याद रखना चाहिए। विशिष्ट अतिथि अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अगम कुमार कश्यप ने कहा कि मतदान की प्रक्रिया अत्यंत महत्वपूर्ण है और यह तभी सार्थक होगा, जब इसमें सभी की भागीदारी हो। उन्होंने कहा कि संविधान की प्रस्तावना में शामिल हम भारत के लोग तभी पूरा हो पायेगा, जब इस प्रक्रिया में सभी लोग शामिल होंगे। उन्होंने मौजूद सभी लोगों को मतदान में उत्साहपूर्वक भाग लेने की अपील की।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी निलेशकुमार क्षीरसागर ने कहा कि जागरूक मतदाता से ही जागरूक देश का निर्माण होता है। सरकार बनने की प्रक्रिया में निर्वाचन की प्रक्रिया पहला चरण है। चुनाव में सभी मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। प्रायः यह देखने में आया है कि कई मतदाता एक वोट के महत्व को दरकिनार करते हुए मतदान से खुद को वंचित रखते है। जबकि निर्वाचन प्रक्रिया में एक वोट का भी महत्व है। उन्होंने कहा कि एक जनवरी को 18 वर्ष पूर्ण कर चुके व्यक्ति मतदाता सूची में अपना नाम अनिवार्य रूप से जुड़वाये तथा ऐसे मतदाता जिनका नाम मतदाता सूची में अभी तक नहीं जुड़ पाया है, वे भी अपना पंजीकरण करायें। कलेक्टर ने कहा कि निर्वाचन आयोग के मार्गदर्शन में नवयुवाओं और आम मतदाताओं को मतदान में शत् प्रतिशत भागीदारी के लिए सतत् प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने नये मतदाताओं को शुभकामनाएं देते हुए उन्हें अपने मताधिकार का प्रयोग विवेक से करने कहा।