बिलासपुर। एक रसूखदार बिल्डर द्वारा अपनी जमीन से चार गुना अधिक गोकने नाला को पाटकर बनाए गए मकान और बाउंड्रीवाल को ढहा दिया है। इस दौरान जमकर विवाद हुआ। बिल्डर ने शिकायतकर्ता से गाली-गलौज भी की, जिसकी शिकायत सिरगिट्टी थाने में की गई है। तोडफ़ोड़ के बाद गोकने नाला की पाटी गई जमीन को सामान्य स्थिति में लाया जाएगा। कुछ दिन पहले यदुनन्दननगर निवासी मणिशंकर पाण्डेय ने गोकने नाला की जमीन पर अतिक्रमण होने की शिकायत की थी, जिसे गंभीरता से लेते हुए निगम ने जांच कराई। इस दौरान शिकायत सही मिली। निगम इंजीनियर सुरेश शर्मा अनुसार बिल्डर शशि पाटनवार ने अपनी जमीन से चार गुना जमीन पर कब्जा कर निर्माण कर लिया था। गोकने नाला को पाटकर भवन भी बनाया गया। इसके अलावा उसने गोकने नाला की जमीन पर बड़ा मैदान बनाकर कालम और बाउंड्रीवाल खड़ी कर ली थी। शनिवार को निगम का अतिक्रमण दस्ता मौके पहुंचा और निर्माण कार्य को ध्वस्त किया। सुरेश शर्मा ने कहा कि जल्द ही गोकने नाला के आस पास बेजा कब्जा करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। बिल्डर शशि पाटनवार ने बताया कि निगम प्रशासन को गलतफहमी हुई है। कार्रवाई के पूर्व उन्हें कोई नोटिस भी नहीं दिया गया। ना ही तोडफ़ोड़ अभियान की जानकारी ही दी गई है। उसका बहुत नुकसान हुआ है, जबकि पटवारी की रिपोर्ट और जमीन की पहचान के बाद ही निर्माण कार्य किया गया है। इधर, निगम इंजीनियर सुरेश शर्मा का कहना है कि कार्रवाई से पहले शशि पाटनवार को नोटिस दिया गया था। तोडफ़ोड़ के दौरान बिल्डर ने अभियान का विरोध किया। खासकर मकान तोड़े जाने को लेकर नाराजगी जाहिर की। इस दौरान नाराज बिल्डर ने मणिशंकर पाण्डेय समेत अन्य शिकायत कर्ताओं के साथ गाली गलौज की। मामले की शिकायत लोगों ने सिरगिट्टी थाने में की है।
बिल्डर की अतिक्रमण पर नगर निगम ने की बड़ी कार्रवाई, बिल्डर ने शिकायतकर्ता से की गाली-गलौज, थाना पहुंचा मामला
