- फर्जी पंजीयन करने पर पटवारी के खिलाफ कारण बताओं नोटिस जारी
कमलेश रजक/ मुंडा : पिछले कुछ दिनों से अखबार में कोटवार द्वारा पटवारी से सांठ-गांठ कर फर्जी तरीके से भूमि का पंजीयन करने के संबंध में प्रमुखता से समाचार प्रकाशित होने के बाद अंततः नायब तहसीलदार द्वारा स्वयं संज्ञान में लेते हुए शिकायकर्ता ग्रामीण की शिकायत पर जांच टीम बनाकर 4 जनवरी को राजस्व निरीक्षक के संयुक्त टीम द्वारा गांव जाकर वास्तविकता की जानकारी ली गई। जिसमें शिकायतकर्ता की शिकायत जांच में सही पाया गया। और आखिरकार फर्जी पंजीयन करने के कारण संबंधित पटवारी को नायब तहसीलदार के द्वारा कारण बताओं नोटिस जारी किया गया ।विदित हो कि ग्राम पंचायत चितावर के नारायण पटेल व ग्रामीणों के द्वारा कोटवार व संबंधित पटवारी के माध्यम से सांठगांठ कर फर्जी तरीके से किये गये पंजीयन के संबंध में 17 दिसम्बर को शिकायत अनुविभागीय अधिकारी राजस्व व कलेक्टर के पास किया गया था। शिकायत पश्चात उच्चअधिकारियों के दिशा निर्देश पर नायब तहसीलदार लवन प्रियंका बंजारा के द्वारा राजस्व निरीक्षक राजेश चंदेल, हल्का पटवारी की संयुक्त टीम बनाकर गांव भेजा गया था। ग्रामीणों व शिकायतकर्ता के समक्ष जांच टीम ने पाया कि कोटवार चितराम गाड़ा के द्वारा शासन द्वारा मिले 10 एकड़ में से 5.25 डिसमिल जमीन पर धान की खेती करना एवं 4.75 डिसमिल जमीन पर पड़त भूमि पत्थर खदान व डबरी बनाया गया पाया गया। जिस पर जांच टीम द्वारा जांच प्रतिवेदन नायब तहसीलदार प्रियंका बंजारा के पास सौंपा गया। जांच के आधार पर फर्जी तरीके से किये पंजीयन को निरस्त किया गया।
इस संबंध में नायब तहसीलदार प्रियंका बंजारे ने बताया कि शिकायतकर्ता की शिकायत पर जांच टीम भेजा गया था। जिसमें 4.75 डिसमिल जमीन का फर्जी कराया गया था जिस पर संबंधित पटवारी को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। वही संमिति प्रबंधक को 5.25 डिसमिल की धान को ही लेने निर्देशित किया गया है। इस संबंध में समिति प्रबधंक राजू पाण्डेय ने बताया कि चितराम गाडा की 5.25 डिसमिल की 78 क्विंटल धान खरीदी की गई है।

