महेन्द्र सिंह/ श्यामनगर/सुरसाबांधा : आधुनिक युग मेें परिवार की आवश्यकताये काफी बढ़ गई है लेकिन हमेशा से बेटिया घर परिवार की जिम्मेदारी उठाते आ रही है। घर के कामकाज के साथ अपनी पढ़ाई करना और आवश्यकता पड़ने पर अपनी मेहनत से परिवार की मदद आर्थिक रूप से भी करती है सीमांत किसान का परिवार जिसके पास सिर्फ 2 एकड़ जमीन है और ढेरो जिम्मेदारी ऐसे में बेटी ने सिलाई कढ़ाई सिखकर अपनी पढ़ाई का खर्चा स्वंय निकालने क साथ परिवार की मदद करने की भी ठानी जी हा पाण्डुका से 2 कि.मी. दूर रजनकटा गांव मंे रमेश कुमार साहू और उनकी धर्मपत्नी राधा बाई साहू अपने दो बच्चो और अपने वृद्ध माता पिता के साथ रहते है। कम कृषि भूमि होने से रमेश कुमार की कठिनाईयो को देखते हुये इनकी बड़ी बेटी त्रिवेणी साहू ने अपने माता पिता की मदद करने की ठानी और 12वी पास करने के बाद सिलाई कढ़ाई का प्रशिक्षण लिया और घर ंमें ही लेडिज टेलर के रूप में गांव से आर्डर लेना शुरू किया ग्रेजुवेशन की पढ़ाई करते करते लेडिज शूट स्पेस्लीस्ट के नाम से इनका नाम जाना पहचाना सा हो गया । और आज ग्रेजुवेशन के पश्चात पी जी डी सी ए में अभनपुर के प्राईवेट कालेज में अपने खर्चे से बकायदा पढ़ाई कर रही है साथ मंे घर की भी आर्थिक मदद कर देती है और अपने छोटे भाई सुनील कुमार साहू को जो कि 12वी में अध्यनरत है कि फौज में भीर्ती होकर देश की सेवा करना है। सी जी वॉच ने जब त्रिवेणी साहू से पूछा अपने छोटे भाई को सेना में क्यो भेजना चाहती है तो मुस्कुराते हुये त्रिवेणी साहू ने कहा हम सब भारत माता की सच्ची संतान है और उनकी सेवा करना हमारा परम कर्तव्य है। उनके बारे मंे पूछंे जाने पर त्रिवेणी साहू ने गर्व से कहा वह छत्तीसगढ़ पी एस सी परीक्षा पास कर डी एस पी के पद पर राज्य और देश की सेवा करना चाहती हूं।
फोटो न.- कर्मठ होनहार बेटी त्रिवेणी साहू रजनकटा पाण्डुका
गांव की बेटी पढ़ाई के साथ सिलाई कढ़ाई करके घर परिवार के खर्च में भी योगदान दे रही है

