पुरूषोत्तम कैवर्त/ कसडोल : पंचायत सचिवों के बाद ग्राम पंचायतों में पदस्थ रोजगार सहायकों ने भी अब मोर्चा खोल दिया है। रोजगार सहायकों ने अपने नियमितीकरण सहित तीन सूत्रीय मांगों को लेकर 30 दिसंबर से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं। पंचायत सचिवों की तर्ज पर रोजगार सहायकों ने उन्ही के साथ जनपद कार्यालय के बाहर पंडाल लगाकर धरना प्रारंभ कर दिया है। आंदोलन के पहले दिन कसडोल विकासखंड के विभिन्न ग्राम पंचायतों से रोजगार सहायक आंदोलन में शामिल होने के लिए पहुंचे और राज्य सरकार से अपनी तीन सूत्रीय मांगों को पूरा करने की अपील की। छत्तीसगढ़ ग्राम पंचायत रोजगार सहायक संघ के बैनर तले आंदोलनरत रोजगार सहायकों ने बताया कि वे पिछले 13 – 14 वर्षों से मनरेगा के तहत पंचायतों में कार्य कर शासन की योजनाओं का अल्प मानदेय पर क्रियान्वयन करते आ रहे हैं। पहले भी नियमितीकरण की मांग की जा चुकी है किन्तु शासन ने अभी तक ध्यान नहीं दिया। इसी कारण उन्हें आंदोलन करने बाध्य होना पड़ा।
रोजगार सहायकों की तीन सूत्रीय मांग इस प्रकार है –
1. ग्रेड पे निर्धारण कर नियमितीकरण प्रदान किया गया।
2. जिन पंचायतों को नगर निगम, नगर पालिका एवं नगर पंचायतों में शामिल किया जा रहा है, वहां के रोजगार सहायकों को संबंधित निकाय में शामिल किया जाय या अन्य रिक्त पंचायतों में सेवा पर रखा जाय।
3. रोजगार सहायकों का सचिव के पद पर वरीयता के आधार पर सीधी भर्ती की जाय और रोजगार सहायकों को सहायक सचिव घोषित किया जाए।
उक्त मांगों से संबंधित ज्ञापन मुख्यमंत्री एवं पंचायत मंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा गया है तथा विनम्र अपील की गई है कि उक्त तीनों जायज मांगो पर विचार करते हुए शीघ्र पूरा कर रोजगार सहायकों के साथ न्याय करेंगे। जिससे इनके परिवार जन भी आर्थिक संकटों से उबर सके।
इस आंदोलन में ब्लाक अध्यक्ष रामकुमार पटेल, सचिव नवीन कुमार पटेल, उपाध्यक्ष श्रीमती कांति देवी कैवर्त्य,सहसचिव श्रीमती जमुना यादव,कोषाध्यक्ष पुरुषोत्तम पटेल,उपकोषाध्यक्ष श्रीमती श्यामबाई साहू,प्रवक्ता दिनेश त्रिवेदी,सलाहकार अर्जुनसिंह ठाकुर सहित बड़ी संख्या में रोजगार सहायक उपस्थित रहे।