- सचिवों के हड़ताल पर जाने से पंचायत के कामकाज ठप्प होने की आशंका
पुरूषोत्तम कैवर्त/ कसडोल : छत्तीसगढ़ पंचायत सचिव संघ के आव्हान पर पंचायत सचिव संघ जनपद ईकाई कसडोल द्वारा परिवीक्षा अवधि पूरा करने के बाद अपने शासकीय करण किए जाने की मांग को लेकर आज से जनपद पंचायत के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ कर दिया गया है । पंचायत सचिवों के हड़ताल पर चले जाने से ग्राम पंचायतों का कामकाज पूरी तरह से ठप्प हो जाने की आशंका है । छत्तीसगढ़ ग्राम पंचायत सचिव संघ द्वारा विगत लम्बे समय से शासकीय करण किए जाने की मांग किया जा रहा है लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा ग्राम पंचायत सचिवों को अब तक केवल कोरा आश्वासन दिया जाता रहा है फिर भी शासन द्वारा पहल किए जाने की आस लगाए बैठे रहे । ग्राम पंचायत सचिवों द्वारा इस बार चरणबद्ध आंदोलन किया जा रहा है । सर्वप्रथम सचिवों द्वारा अपने अपने क्षेत्र के विधायकों को अपनी मांगों एवं समस्याओं से अवगत कराकर उनका समर्थन लिया गया और सरकार से इस सम्बंध में सार्थक पहल है करने की बात कही गई। ग्राम पंचायत सचिवों का कहना है कि उनके द्वारा शासन के 29 विभागों के कार्य संपादित करने हर सम्भव सहयोग किया जाता रहा है । उनकी एक मात्र मांग है कि जिस तरह से शिक्षा कर्मियों का नियमितीकरण कर शिक्षा विभाग में संविलियन किया गया उसी तरह ग्राम पंचायत सचिवों का भी शासकीय करण किया जावे । ग्राम पंचायत सचिवों द्वारा अपनी मांगों के सम्बंध में जिला कलेक्टर एवं जिला पंचायत सी ई ओ को भी अवगत करवाया गया है साथ ही मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के नाम एस डी एम को ज्ञापन दिया गया था फिर भी शासन द्वारा मांगों पर सार्थक पहल नहीं किए जाने से आज से पंचायत सचिव संघ आज 26 दिसम्बर से जनपद पंचायत के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ कर दिए हैं।आज हड़ताल पर प्रमुख रूप से पंचायत सचिव संघ के जिला अध्यक्ष एवं ब्लॉक अध्यक्ष कामता प्रसाद साहू , कार्यकारी अध्यक्षगण चैत राम टण्डन , कमल नारायण पैकरा , गुलाब पटेल , कोषाध्यक्ष ज्ञान चंद नायक , सचिव शिव कुमार साहू उपाध्यक्ष मोती लाल निर्मलकर , शशि भूषण नायक , वेद प्रकाश वर्मा ,चन्द्र पाल पटेल , रामनाथ यादव , रामकुमार साहू , अजय दिवाकर ,हेमलाल साहू , चंदा कुम्हार , मोहित राम पटेल , राम गोपाल यदु , कमल दास मानिकपुरी , भरत दीवान , जगदीश कैवर्त्य , बसंत डड़सेना , शिवकुमारी साहू ,रामायण पैकरा , शीतला दीवान , मधुबाला बंजारे , आदि सहित पूरे 116 ग्राम पंचायतों के सचिव उपस्थित थे ।