पुरूषोत्तम कैवर्त/ कसडोल : वन्यप्राणी साम्भर का शिकार करने वाले 7 आरोपियों को वन विभाग की टीम ने पकड़ा।आरोपियों के पास से मादा साम्भर के कच्चा मांस , एवं पके हुए मांस तथा सिर एवं शिकार के लिए उपयोग किए गए जी आई तार कुल्हाड़ी आदि बरामद किया गया । सभी आरोपियों के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के विभिन्न धाराओं के तहत कार्यवाही की गई है। वनमंडलाधिकारी के. आर. बढ़ई, उप वनमंडलाधिकारी कसडोल यू.एस.ठाकुर के निर्देषन में अवैध षिकार के रोकथाम एवं अपराधियों के धर पकड़ के कड़ी में बुधवार को वन परिक्षेत्र अधिकारी सोनाखान गोविंद सिंह के नेतृत्व में टीम गठित कर देवपुर परिक्षेत्र के ग्राम चन्हाट से लगे वन परिक्षेत्र सोनाखान के कक्ष क्रमांक 247 चन्हाट बांधा के पास विद्युत करंट फैलाकर 01 नग मादा सांभर के अवैध षिकार की सूचना पर दबिष देकर, झंगलू व फिरतु राम यादव उम्र 51 वर्ष, ग्राम चन्हाट को स्वयं के खेत भांठाखार में वन्यप्राणी मादा सांभर के मांस को पकाते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया एवं उनके बयान के आधार पर षिकार से संलिप्त अन्य 06 अपराधियों जिनके नाम क्रमषः (01). विश्राम वल्द किर्तन यादव उम्र 43 वर्ष ग्राम चन्हाट (2). शाखाराम वल्द मंगलू राम पटेल उम्र 35 वर्ष ग्राम चन्हाट (3). दिलमोहन वल्द भारत पटेल उम्र 29 वर्ष ग्राम चन्हाट (4). भेषराम वल्द भोजराम पटेल उम्र 29 वर्ष, (5) सोनसिंग वल्द पिताम्बर यदव उम्र 33 वर्ष ग्राम चन्हाट (6). जगनू वल्द झाड़ूराम यादव उम्र 40 वर्ष, ग्राम चन्हाट को पकड़ा गया। अपराधियों के पास से तलाषी के दौरान वन्यप्राणी मादा सांभर का सिर 01 नग खाल (चमड़ा), पैर 04 नग, कच्चा मांस एवं पका हुआ मांस सहित कुल 25.57कि.ग्रा. मांस जप्त किया गया साथ ही षिकार हेतु प्रयोग में लाये गये सेट्रिंग तार 03 बंडल, कुल्हाड़ी 1 नग, परसूल 2 नग, बांस खुंटी 15 नग, लकड़ी गेंड़ा 02 नग, सागौन खुटला 01 नग को जप्त कर वन्यप्राणी (संरक्षण) अधिनियम 1972 एवं वन्यजीव (संरक्षण) शंषोधन अधिनियम 2002 की धारा 09, 44, 50, 51, 52 के तहत् कार्यवाही करते हुये पी.ओ.आर. प्रकरण क्रमांक 15593/06 दिनांक 23/12/2020 दर्ज कर अपराधियों के विरूद्ध न्यायालयीन कार्यवाही की तैयारी की जा रही है।
उपरोक्त कार्यवाही में योगेश कुमार साहू वनपाल सहायक परिक्षेत्र अधिकारी नवागांव, बुद्धेष्वर प्रसाद दिवाकर वनरक्षक परिसर रक्षी नवागांव, दिलेष्वर कंवर वनरक्षक परिसर रक्षी कंजिया, यागेष्वर सोनवानी परिसर रक्षी चन्हाट, हरगोविंदनारायण जायसवाल परिसर रक्षी सण्डी, प्रभुराम कंवर परिसर रक्षी पोड़ी, राकेष कुमार चन्द्रा परिसर रक्षी पचपेड़ी, रामदेव यदु परिसर रक्षी पठियापाली, बलराम पटेल परिसर रक्षी देवतराई, पीयुष दिवान परिसर रक्षी भुसड़ीपाली, गोपाल साहू, वनचैकीदार एवं सुरक्षा श्रमिक कैलाष यदु, श्यामलाल चैहान, बाबूराम ठाकुर, मेलाराम यादव, कुमार ठाकुर, एवं वन प्रबंधंन समिति चन्हाट के अध्यक्ष तुलाराम पटेल एवं वन प्रबंधंन समिति नवागांव के अध्यक्ष रामसिंह ठाकुर का विषेष योगदान रहा।