- 50 से अधिक घटनाओं को दे चुका है अंजाम
- आरोपी को पकडऩे गठित की गई थी विशेष टीम
- 25 नग मोबाइल, 6 सोने की चैन, 3 एक्टिवा बरामद
- सुनसान इलाके में अकेली महिलाओं को ही बनाता था अपना शिकार
- पूर्व में जेल में ही रह चुका है निरुद्ध, आदतन आरोपी है
- सभी घटनाएं अकेले ही घटित किया था
- पकड़े जाने के डर से लूटे गए मोबाइल का उपयोग स्वयं नहीं करता था
- नहीं था आरोपी का कोई ठौर ठिकाना
- लूटने के उपरांत दुर्ग के मोबाइल रायपुर में बेचता था
- रायपुर से चोरी कर वाहन में दुर्ग का फर्जी पासिंग नंबर लिखकर दूसरे
- थाना क्षेत्र में लावारिश छोड़ देता था
- आरोपी अपने पास में हर समय लाल मिर्च पाउडर और चाकू रखता था
- सीसीटीवी फुटेज एवं तकनीकी अन्वेषण से मिला अहम सुराग
तापस सन्याल/ दुर्ग। 4 नवंबर को 11 बजे लगभग सेक्टर 10 के आसपास कुमारी आरुषि पांडे अपनी स्कूटी क्रमांक सीजी 07/ बीसी 0717 से निकली थी. अज्ञात व्यक्ति द्वारा सुनसान इलाके में प्रार्थीया पर चाकू से प्राणघातक हमला कर रेडमी नोट प्रो का मोबाइल छीनकर फरार हो गया. प्रार्थिया को नाक मुंह हाथ पेट एवं सीने में चोट पहुंचाया. दिनदहाड़े हुई महिला संबंधी घटित मुक्त अपराध एवं पूर्व में हुए जिले में इस प्रकार की मोबाइल छीनने एवं चेन स्नेचिंग की घटनाओं को दृष्टिगत रखते हुए श्री विवेकानंद सिन्हा, पुलिस महा निरीक्षक, दुर्ग रेंज दुर्ग द्वारा अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर शीघ्र गिरफ्तार किए जाने हेतु निर्देशित किए जाने पर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर, पुलिस अधीक्षक दुर्ग द्वारा श्री रोहित कुमार झा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्ग के मार्गदर्शन तथा श्री विवेक शुक्ला नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग, श्री राकेश जोशी नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया. गठित की गई टीम द्वारा पूर्व में दुर्ग सहित आसपास के जिलों में महिलाओं के साथ इस प्रकार की घटित घटनाओं की जानकारी प्राप्त की गई. पूर्व में ऐसे प्रकरणों में चालान किए गए आरोपियों की पतासाजी कर उनसे पूछताछ कर लगातार निगाह में रखा गया. सीसीटीवी फुटेज प्राप्त किया गया वह तकनीकी आधार पर लूटे गए मोबाइल के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई. एकत्र की गई जानकारी एवं तरीका वारदात के आधार पर या ज्ञात हुआ की घटनाएं एक ही आरोपी द्वारा गठित की जा रही है, जिसके आधार पर संदेही अभिषेक एम. जोशी को पकड़कर पूछताछ किया गया, जो प्रारंभ में तो पुलिस को लगातार गुमराह करता रहा किंतु तकनीकी आधार पर सख्ती से पूछताछ करने पर उसके द्वारा रायपुर एवं दुर्ग के लगभग 50 वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया. आरोपी ने पूछताछ पर बताया कि उसके द्वारा शहर में पॉश कालोनियों मैं प्रात: एवं संध्या को टहलने वाली महिलाओं/ लड़कियों को ही अकेले पाकर मोबाइल या सोने की चैन स्नैचिंग किया जा रहा था. शराब पीने एवं कपड़ा खरीदने के शौक पूरा करने में करता था लूट की रकम का उपयोग. आरोपी का स्थाई ठिकाना नहीं था. रायपुर दुर्ग में होटल बदल बदल कर रहता था. आरोपी अभिषेक एम.जोशी से पूछताछ की जा रही है और प्रकरणों का खुलासा होने की संभावना है. आरोपी को गिरफ्तार करने में निरीक्षक नरेश पटेल प्रभारी साइबर क्राइम, निरीक्षक जितेंद्र वर्मा थाना प्रभारी वैशाली नगर, उप निरीक्षक राजीव तिवारी थाना भिलाई नगर सहायक उपनिरीक्षक पूर्ण बहादुर, थाना भिलाई नगर, प्रधान आरक्षक चंद्रशेखर बंजीर, प्रधान आरक्षक संतोष शर्मा आरक्षक शाहबाज खान आरक्षक संतोष गुप्ता, अनूप शर्मा, पंकज कुमार, शमीम खान, पन्नेलाल, जुगनू सिंह, उपेंद्र यादव, विक्रांत यादव की भूमिका उल्लेखनीय रही रायपुर पुलिस का भी सहयोग सराहनीय रहा