- 06 दिसम्बर संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर के पुण्यतिथि पर सुकमा जिला पंचायत अध्यक्ष
बालकृष्ण मिश्रा/ सुकमा : कवासी हरीश, जिला कांग्रेस कमेटी के भूतपूर्व अध्यक्ष करन सिंह देव, एवं सुकमा नगरपालिका अध्यक्ष राजू साहू समेत सुकमा जिले के कई नेताओं ने बाबासाहेब को याद कर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। कवासी हरीश ने डॉ भीमराव को याद करते हुए कहा कि बाबासाहेब कहते थे, ‘मैं सिर्फ उसी धर्म को मानता हूं, जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सिखाए. डॉक्टर भीमराव अंबेडकर समाज में दलित वर्ग को समानता दिलाने के लिए जीवनभर संघर्ष करते रहे. उन्होंने दलित समुदाय के लिए एक ऐसी अलग राजनैतिक पहचान की वकालत की जो दलित समुदाय को सीटों में आरक्षण और मंदिरों में प्रवेश करने का अधिकार देने के साथ ही छुआ-छूत खत्म करने का कानून बनाया। करन सिंह देव ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉक्टर साहब का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ था, हालांकि उनका परिवार मराठी था और मूल रूप से महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के आंबडवे गांव से था. उनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और मां का नाम भीमाबाई था. अंबेडकर महार जाति से ताल्लुक रखते थे. इस जाति के लोगों को समाज में अछूत माना जाता था और उनके साथ भेदभाव किया जाता था, तभी उन्होंने अपने मन मे ठान लिया था कि भारत देश से छुआ छूत को खत्म करके रहूँगा,और उन्होंने ऐसा ही किया। सुकमा नगरपालिका अध्यक्ष राजू साहू ने बताया कि अंबेडकर बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के धनी थे लेकिन जातीय छुआछूत की वजह से उन्हें प्रारंभिक शिक्षा लेने में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. स्कूल में उनका उपनाम उनके गांव के नाम के आधार पर आंबडवेकर लिखवाया गया था. स्कूल के एक टीचर को उनसे बड़ा लगाव था और उन्होंने उनके उपनाम आंबडवेकर को सरल करते हुए उसे अंबेडकर कर दिया था. बाबा साहब का पूरा जीवन देश सेवा को समर्पित था। उन्होंने अपना पूरा जीवन दलित वर्ग को समाज में समानता दिलाने के लिए संघर्ष में लगा दिया। उनके विचारों ने लाखों लोगों को प्रेरित किया। उनका स्पष्ट कहना था कि शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो। यह स्वतंत्रता हमें अपनी सामाजिक व्यवस्था को सुधारने के लिए मिली है।इस दौरान कोंटा जनपद अध्यक्ष सुन्नम नागेश, जनपद उपाध्यक्ष माड़वी देवा, छिंदगढ़ जनपद उपाध्यक्ष नाजिम खान, जिला पंचायत सदस्य राजूराम नाग, सुकमा ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष पोटला बोज्जिया, छिंदगढ़ ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष पदामी कोसा,कोंटा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सुधीर पांडे, दोरनापाल ब्लाक अध्यक्ष सुरेश सिंह चौहान, तोंगपाल ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष किर्पोस्टर सामुएल, जनपद सदस्य श्रीमती गीता कवासी, विनोद पेद्दी, नगर कांग्रेस के अध्यक्ष माननीय शेख सजार जी, टहल सिंह मांझी, दोरनापाल नगरपंचायत अध्यक्ष बबीता मंडावी, लक्ष्मन मंडावी, पार्षद पदमा जायसवाल, उपाध्यक्ष यूथपति यादव, नगर कांग्रेस के महामंत्री राजेश नारा, मनोज चौरसिया,जयदीप सिंह भदौरिया, गादीरास उपसरपंच धर्मेंद्र सिंह चौहान,एर्राबोर के युवा नेता वैहदुल्ला खान, नागराज कर्मा, मुकेश कश्यप, गुलाम मुर्तजा, सुनील राठी, मनोज गुप्ता, लवी सुना, हरि सेठिया,केरलापाल जनपद सदस्य श्रीमती गीता यादव, सुनील यादव, nsui जिलाध्यक्ष सुनील यादव, जयंती कौर, ममता भारती, सामुएल टुडू, कमलेश पटेल एवं सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।