- जनप्रतिनिधियों में आक्रोश व्याप्त, पंचायत सचिव पर कार्यवाही नहीं होने पर दी आंदोलन की चेतावनी
कमलेश रजक/ मुंडा : जनपद पंचायत बलौदाबाजार क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम पंचायत कोरदा में पदस्थ सचिव की कार्यप्रणाली को लेकर यह गांव हमेशा ही सुुर्खियों में बना हुआ है। यहां पदस्थ सचिव के द्वारा चाहे सरपंच के बिना जानकारी के डी.एस.सी के माध्यम से लाखों रूपयों का हेरा-फेरी हो, बिना निर्माण कार्य करवाये राशि का आहरण हो या अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाह हो जो पिछले 45 दिनों से ग्राम पंचायत से नदारद हो। ऐसे सचिव की कार्यप्रणाली को लेकर यह गांव आज भी सुर्खिया बटोर रही है। सचिव की कार्यप्रणाली व मनमानी को लेकर यहां के जनप्रतिनिधियों के द्वारा सचिव की शिकायत उच्चधिकारियों से भी की गई है फिर भी कार्यवाही नहीं हो रही है। ऐसे में यह कहना कोई गलत नहीं होगा कि ऐसे लापरवाह सचिव को आखिर जिम्मेदार अधिकारी क्यों बचा रहे है। जो कि सोचनीय विषय है। वही सचिव पर कार्यवाही नहीं होते देख ग्राम पंचायत के आदिवासी सरपंच के साथ-साथ पूरे पंचगण आक्रोशित है। विदित हो कि ग्राम पंचायत कोरदा के पंचायत सचिव शिवकुमार निराला की शिकायत 25 नवम्बर को सरंपच खेतर सिंह ध्रुव व सभी 12 पंचों के द्वारा पंचायत सचिव पर राशि का फर्जी आहरण करने व पिछले एक माह से अधिक दिनों से मुख्यालय नहीं आने को लेकर जिला कलेक्टर, जिला व जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पास किया गया था। शिकायत के बाद 10 दिवस बीत जाने के बावजूद भी मुख्यालय से नदारद रहने व फर्जी आहरण करने वाले पंचायत सचिव शिवकुमार निराला को आखिर किस अधिकारी का संरक्षण प्राप्त है किसकी सह पर कार्यवाही नहीं हो रही है। जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ ग्रामीणों की समझ से परे है। जनप्रतिनिधियों ने बताया कि ग्राम कोरदा की जनसंख्या लगभग 03 हजार है। यहां जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र सहित अन्य शासकीय कार्यो को लेकर रोजाना बड़ी संख्या में लोग पंचायत भवन पहुंचते है मगर यहां पंचायत सचिव शिव कुमार निराला के मनमाने रवैये से ग्रामीणों को बैरंग लौटना पड़ रहा है। यहां विगत डेढ़ माह से पंचायत भवन में ताला लटक रहा है। पंचायत सचिव एक तो मुख्यालय में नहीं रहते है, वह 100 किमी दूर बिलाईगढ़ ब्लाॅक के गांव में रहता है। उनका मोबाईल भी पिछले डेढ़ माह से बंद है। पंचायत सचिव का पिछले डेढ़ माह से नदारद होने की वजह से शासकीय काम प्रभावित हो रहा है। शांसन की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरूवा, बाड़ी को धूमिल करने के उद्देश्य के चलते ही सचिव 45 दिनों से नदारद है।
क्या कहते जनपद सीईओ
कोरदा के पंचायत सचिव के नहीं आने व गबन की गई राशि को लेकर एसडीएम कार्यालय में जांच चल रहा है, आज शायद उनका पेशी था।
अनिल कुमार झा
मुख्य कार्यपालन अधिकारी
जनपद पंचायत बलौदाबाजार