अक्कू रिजवी/ कांकेर : ज़िला उत्तर बस्तर कांकेर के पटवारी संघ के अध्यक्ष सुधीर लकरा एवं सचिव परमेश्वर जैन ने सूचित किया है कि पटवारी संघ अपनी पुरानी लंबित मांगों के लिए 1 दिसंबर से आंदोलन शुरू कर रहा है जिसमें 1 तारीख को सांकेतिक हड़ताल की जाएगी इसके बाद 2 दिसंबर से 13 दिसंबर तक पटवारी सदस्य काली पट्टी लगाकर कार्यालय में आकर काम करेंगे तत्पश्चात 14 दिसंबर से मांगे पूरी नहीं होने की दशा में पटवारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल की जावेगी जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन पर होगी। राजस्व पटवारी संघ की मुख्य मुख्य मांगे इस प्रकार हैं,,,,, वरिष्ठता के आधार पर पटवारियों को पदोन्नति दी जाए ,,,बिना विभागीय जांच के किसी पटवारी के विरुद्ध थाने में एफ आई आर दर्ज न की जाए,,, पटवारियों को हमेशा मुख्यालय में रहने की बाध्यता समाप्त की जाए,,, स्टेशनरी के लिए पर्याप्त भत्ता दिया जाए,,, नक्सल क्षेत्रों में कार्य करने वाले पटवारी बंधुओं के लिए विशेष नक्सल भत्ता देय हो।,,,, अतिरिक्त इलाके का प्रभार लेने पर पटवारी को मूल वेतन का 50% अतिरिक्त भत्ते के रूप में मिलना चाहिए वर्तमान में सरकार मात्र ₹250 महीने उन पटवारियों के देती है जो अपने हलके के अलावा अन्य हल्के का चार्ज लिए हुए हैं, 250 रुपए ऊंट के मुंह में जीरा रखने के बराबर है।,,, पटवारियों को फिक्स टी ए वर्तमान में बहुत कम है जो 10 वर्ष पहले निर्धारित हुआ था आज की महंगाई को देखते हुए कम से कम ₹1000 फिक्स टीए तो मिलना ही चाहिए,,, वर्तमान में भव्य कार्यक्रम के तहत समस्त अभिलेखों को कंप्यूटराइज्ड किया गया है जो 2015 से लागू हैं लेकिन यह देखा जाता है कि नामांतरण आदि के समय भुइया कार्यक्रम कंप्यूटर पर गलत जानकारी देने लगता है जो बहुत बड़ी चुनौती, है जिसके कारण पटवारियों को परेशान होना पड़ता है। ऐसा कई जगह किया गया है अतः समस्त पटवारियों को कंप्यूटर का उतना प्रशिक्षण तो समय-समय पर दिया ही जाए जितना उनके काम के लिए आवश्यक है। संबंधित सरकारी कंप्यूटर नेटवर्क आधुनिकतम तकनीक से अद्यतन किया जाए ताकि भुइयाँ कार्यक्रम में ठीक वही जानकारी प्राप्त हो जो चाहिए। नामांतरण आदि के समय दिक्कत ना हो।,,, भुइयां कार्यक्रम को यूजर फ्रेंडली बनाया जाए इसके लिए उसकी सारी त्रुटियां योग्य इंजीनियरों द्वारा दूर की जाएं।
राजस्व पटवारी संघ जिला कांकेर 1 तारीख से चरणबद्ध आंदोलन पर…!
