कमलेश रजक/ मुंडा : कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बेनर तले 1 दिसंबर को 14 सूत्रीय मांगो को लकर संगठन के जिलाध्यक्ष पदाधिकारी एवं सदस्यगण सैकड़ों की संख्या में दीप एवं मशाल लेकर कोरोना संक्रमण को मद्देनजर सामाजिक दूरी बनाकर रैली के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। फेडरेशन संयोजक रामलाल साहू ने बताया कि यह लंबित मांगों के संबंध में सरकार को अनेको बार रैली प्रदर्शन एवं आंदोलन के माध्यम से अवगत कराया जा चूका है, परन्तु सरकार एक नहीं सुनी जिसकी वजह से कर्मचारियों के लिए इस बार दीवाली फिकी रही। बिना एरियर्स एवं डी.ए. के लाखो कर्मचारियों का बजट बिगड़ चूका है, भूखे भजन न होवे गोपाला के तर्ज पर जब तक सरकार हमारी मांगे पूरी नहीं करेगी तब तक यह सांकेतिक प्रदर्शन के अलावा 11 दिसम्बर को भव्य आंदोलन का शंखनाद जिला मुख्यालय में किया जावेगा। रैली में प्रमुख रूप से छ.ग. प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ, लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी, कर्मचारी कांग्रेस, राज्य कर्मचारी, मैदानी स्वास्थ्य कर्मचारी, अनियमित कर्मचारी, पेंशन धारी कल्याण, कृषि स्नातक, शिक्षक फेडरेशन, प्रदेश शिक्षक, स्वास्थ्य एवं बहुउद्देशीय कर्मचारी, लघु वेतन कर्मचारी, अजाक्स, प्रदेश राजपत्रित, डिप्लोमा इंजिनियरिंग, एसोसियेशन, वाहन चालक, राजस्व निरीक्षक, न्यायायिक, वनकर्मचारी, राजस्व पटवारी, शिक्षक, आजक्स संघ, पशु चिकित्सा अधिकारी, लघुवेतन चतुर्थ कर्मचारी, व्याख्यता, इंजिनियरिंग पालीटेकनिक राजपत्रित कर्मचारी अधिकारी संघ इसके अलावा दर्जनो संगठन जिलाध्यक्ष एवं सदस्यगण उपस्थित रहे। उक्त जानकारी कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संयोजक रामलाल साहू एवं पी.के.हिरवानी, जिला अध्यक्ष छ.ग. प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी द्वारा दिया गया।
वादाखिलाफी के विरोध में फेडरेशन संघ ने खोला मोर्चा
