नई दिल्ली: कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों से गृहमंत्री ने अपील की है. गृहमंत्री ने कहा है कि सड़क पर आंदोलन करने के बजाए किसान तय जगह पर आंदोलन करें. उन्होंने कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है, किसान अगर सड़क छोड़कर मैगान में शिफ्ट हो जाते हैं तो सरकार तीन दिसंबर से पहले भी चर्चा को तैयार है. उन्होंने कहा कि मैं अपील करता हूं कि दिल्ली पुलिस द्वारा तय किए गए जगह पर अपना आंदोलन जारी रखिये. इसमें किसानों की भी सुविधा ज्यादा रहेगी. कृषि बिल के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों पर गृहमंत्री अमित शाह का बयान आया है. गृहमंत्री ने कहा है, ”जो किसान भाई आज अपना आंदोलन कर रहे हैं उन सभी से अपील है कि भारत सरकार आप से चर्चा करने के लिए तैयार है. तीन दिसंबर को कृषि मंत्री ने बातचीत का निमंत्रण भेजा है. अलग अलग जगह पर ठंड में किसान भाई बैठे हुए हैं. दिल्ली पुलिस आपको एक बड़े मैदान के अंदर शिफ्ट करने के लिए तैयार है. आप कृपया वहां पर जाइये आपको कार्यक्रम करने की परमिशन दी जाएगी. वहां पर एंबुलेंस, टॉयलेट, पानी जैसी सुविधाएं भी रहेंगी. आप लोग रोड की जगह निश्चित किए हुए स्थान पर जाकर धरना प्रदशर्न लोकतांत्रिक तरीके से करते हैं तो इससे किसानों की भी परेशानी भी कम होगी और आवाजाही करने वाली जनता की परेशानी भी कम होगी.” गृहमंत्री ने आगे कहा, ”अगर किसान यूनियन चाहती है कि भारत सरकार तीन तारीख से पहले बात करे तो मेरा आश्वासन है कि आप जैसे रही निश्चित जगह पर शिफ्ट हो जाते हैं, उसके दूसरे ही दिन भारत सरकार आप से बातचीत करने के लिए तैयार है. अपील करता हूं कि दिल्ली पुलिस द्वारा तय किए गए जगह पर अपना आंदोलन जारी रखिये. इसमें किसानों की भी सुविधा ज्यादा रहेगी.”
कृषि मंत्री बोले- बातचीत के जरिए रास्ता ढूढेंगे
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, “भारत सरकार किसानों की समस्याओं के लिए किसान यूनियन से बात करने के लिए पूरी तरह तैयार है. हमने उनको 3 दिसंबर का आमंत्रण भेजा है और मुझे आशा है कि वो सब लोग आएंगे और इस बातचीत के जरिए रास्ता ढूढेंगे. मैं राजनीतिक दल के लोगों को कहना चाहता हूं कि अगर उनको राजनीति करनी है तो अपने नाम पर राजनीति करें, लेकिन किसानों के नाम पर सियासत नहीं होनी चाहिए.” कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को दिल्ली में प्रवेश की इजाजत मिल गई है. किसानों को दिल्ली के बुराड़ी में मौजूद निरंकारी ग्राउंड में प्रदर्शन करने की इजाजत दी गई है. लेकिन किसानों का एक गुट सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर ही डेरा डाले हुए है. टिकरी बॉर्डर पर किसानों की मूवमेंट पर नज़र रखने के लिए प्रशासन ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा है. किसान अभी भी टिकरी बॉर्डर के ज़रिए दिल्ली में एंट्री कर रहे हैं.