संदीप दीक्षित/ बचेली : संयुक्त ट्रेड युनियन ,राष्ट्रीय फैडरेशन एवं ऑल इडिया एनएमडीसी वर्कर्स फेडरेशन के आव्हान पर केन्द्र सरकार की नीतियों के विरोध में लौह नगरी बचेली में मजदूर संगठन एसकेएमएस इंटक के महिला एवं पुरुष कर्मचारी ,ठेका श्रमिक व सभी अन्य संगठनों के मजदूर एक साथ मिलकर 14 राष्ट्रीय मांगों एवं 3 स्थानीय मांगों को लेकर आज सुबह 4:00 बजे से एनएमडीसी के चेक पोस्ट के पास धरने में बैठे हुए हैं ।वही इस हड़ताल में बीटीओए ट्रक यूनियन ,ठेकेदार यूनियन , स्थानीय व्यापारियों ने एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल में अपना समर्थन दिया है ।बता दे कि मजदूर संगठन के एक दिवसीय हड़ताल में 14 राष्ट्रीय मुख्य मांगो में पहला 44 श्रम कानूनो को खत्म करके बनाई गई चार श्रम संहिताओं( लेबर कोड)का निर्णय वापस लेने ,वही दूसरा नया कृषि संशोधन बिल वापस लेने ,न्यूनतम वेतन 21हजार रुपये घोषित करने,केंद्र व राज्य में एक समान वेतन करने , आंगनबाड़ी ,मिड डे मील ,मितानीन व अन्य योजनाकर्मियो को सरकारी कर्मचारी घोषित करने ,सार्वजनिक उपक्रमों का विनिवेश व निजीकरण बन्द करने ,सभी मजदूरों को ईपीएफ ,ईएसआई ग्रेज्युटी ,नियमित रोजगार ,पेंशन व दुर्घटना लाभ आदि सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाने, सेवारत कर्मचारियों को 50 वर्ष की आयु व 33 वर्ष की नौकरी के बाद जबरन सेवानिवृत्त बन्द करने ,मनरेगा में 200 दिन का रोजगार देने , कांट्रेक्ट ,फ़िक्सटर्म ,आउटसोर्स व ठेका प्रणाली की जगह नियमित रोजगार देने ,सुप्रीम कोर्ट के निर्णयानुसार सामान काम का सामान वेतन देने , नई पेंशन नीति की जगह पुरानी पेंशन नीति बहाल करने , मोटर व्हीकल एक्ट में परिवहन मजदूर व मालिक विरोधी बदलाव वापिस लेने , भारी महंगाई पर रोक लगाने पेट्रोल ,डीजल ,रसोई गैस की कीमत कम करने ,बैंक ,बीमा ,रक्षा कोयला ,इस्पात ,उर्जा तथा ,नगरनार संयंत्र का निजीकरण बन्द करने , तथा इसके साथ तीन स्थानीय मुद्दे एनाइएसपी नगरनार संयंत्र के विनिवेशीकरण का फ़ैसला वापस लेने बाबत,एनएमडीसी में कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया जल्दी लागू करने के लिए ,वही कोविड 19 महामारी के दौरान जिनका मृत्यु हुआ है उनके आश्रित सदस्यों को अनुकम्पा नियुक्ति देने व परिवार को 50लाख का मुआवजा देने जैसे मांगो को लेकर सभी मजदूर संगठन एक दिवसीय हड़ताल पर बैठे है।
केंद्र की नीतियों के विरुद्ध लामबंद हुए मजदूर संगठन, एक दिवसीय हड़ताल कर जताया विरोध
