पुरूषोत्तम कैवर्त/ कसडोल : बार-नवापारा अभ्यारण्य अंतर्गत वन परिक्षेत्र कोठारी के कक्ष क्रमांक 221 कोठारी (आबादी) गांव से 220 मीटर दूरी पर स्थित अपने खेत पर लगे धान की फसल को जंगली सुवरों के रौंदने पर होने वाले नुकसान से बचाने के लिए ग्राम कोठारी के किसान चैनसिंह पिता सुकदेव बरिहा उम्र 51 वर्ष द्वारा अपने खेतों की रखवाली किया जा रहा था ,कि रात्रि 2 से 2.30 बजे के मध्य रात्री को खेत से लगे जंगल की झाड़ियों से निकल कर जंगली हाथी द्वारा किसान चैनसिंह को दौड़ाया गया । डर कर भागते हुए किसान चैनसिंह के गिरने पर चोटिल हो जाने एवं उसके बांये हाथ का फ्रेक्चर हो जाने की सूचना प्राप्त हुई है । वन परिक्षेत्र कोठारी (बार-नवापारा अभ्यारण्य) के प्रभारी वन परिक्षेत्राधिकारी पवन सिन्हा द्वारा मिली जानकारी के अनुसार उक्त चोटिल व घायल किसान चैनसिंह के बारे में जानकारी होने पर तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल के लिए उपचार हेतु वाहन किराए में सहयोग हेतु 2000/-की आर्थिक सहायता की गई है। और आगे भी विभागीय नियमानुसार मुवावजे की राशि प्रदान की जावेगी।