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राजिम मेला स्थल के लिए 54 एकड़ स्थल का चिन्हांकन, निजी जमीनों का भी हो सकता है भू -अर्जन

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किरीत ठक्कर/ गरियाबंद। त्रिवेणी संगम राजिम में प्रतिवर्ष माघी पुन्नी के अवसर पर लगने वाले राजिम माघी पुन्नी मेला के आयोजन के लिए स्थाई रूप से जमीन का चिन्हांकन और उसमें आवश्यक अधोसंरचना विकास की प्रक्रिया तेज हो गई है। कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर ने आज अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) जी.डी. वाहिले और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ चौबेबांधा रोड पर चिन्हांकित 54 एकड़ जमीन का मुआयना किया। कलेक्टर ने इन स्थलों का जायजा करते हुए कहा की इस क्षेत्र में अधोसंरचना विकास के लिए निश्चित कार्य योजना बनाई जाए। उन्होंने संतो के निवास, व्यवसायिक प्रतिष्ठान, मीना बाजार, नागा अखाड़ा, मुख्य मंच ,शौचालय ,आवास, कौशल्या माता मंदिर सहित अनेक आवश्यक अधोसंरचना निर्माण के लिए अधिकारियों से चर्चा की । कलेक्टर ने कहा की आवश्यकता पड़ने पर इन स्थलों पर निजी जमीनों का भू-अर्जन कर बदले में जमीन दी जाएगी। उन्होंने पटवारी को आवश्यक कार्यवाही प्रारंभ करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मौजूद धरसा का सीमांकन करने के लिए राजस्व विभाग को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस स्थल  क्षेत्र में चौड़े रोड और अन्य मूलभूत सुविधाएं विकसित की जाएगी। कलेक्टर क्षीरसागर ने लोक निर्माण विभाग को डीपीआर बनाने के निर्देश दिए हैं।
  इस मौके पर राजिम रेस्ट हाउस में विधायक अमितेश शुक्ल ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर कार्य प्रगति की समीक्षा की। कलेक्टर ने राजिम मेला के लिए चिन्हित जमीन और उसमें अधोसंरचना विकास के लिए की जा रही तैयारियों की जानकारी दी। बैठक में शुक्ल ने कहा की सभी प्रस्तावित और स्वीकृत कार्य समय सीमा में गुणवत्ता के साथ पूर्ण हो। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की समस्या आने पर उन्हें अवगत कराएं। शुक्ला ने सड़क ,पुलिया और स्कूल  निर्माण को अविलंब पूर्ण करने के निर्देश दिए, साथ ही कहा कि कार्यों में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस मौके  पर कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) जी डी वाहिले, तहसीलदार ओ. पी. वर्मा, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता एम.आर. जाटव एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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