अक्कू रिजवी/ कांकेर । राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत पुरुष नसबंदी पखवाड़े के प्रथम चरण के जागरुकता मोबिलाइजेशन सप्ताह का शुभारंभ आज शासकीय जिला अस्पताल में किया गया। परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से पखवाड़े के प्रथम चरण में 21 से 27 नवंबर तक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इसी क्रम में आज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जेएल उइके द्वारा पुरुष नसबंदी पखवाड़ा मनाए जाने के लिए प्रचार प्रसार रथ को हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया गया। पुरुष नसबंदी पखवाड़े के तहत प्रचार अभियान में कोरोना संक्रमण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए संदेश देने रथ गांव-गांव पहुंचेगा । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. उइकेने बताया, गतवर्ष 2019 में नसबंदी कराने में पुरुषों की भागीदारी में कांकेर जिला प्रदेशभर में सबसे आगे रहा है। इस साल भी यह क्रम जारी रखने का प्रयास रहेगा,पुरुष नसबंदी के मामले में कांकेर जिला के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सक्रियता से वर्ष 2019 में 344 पुरुषों ने परिवार नियोजन के लिए स्थायी साधन को अपनाया है। सीएमएचओ डॉ. उइके ने कहा, गतवर्ष की तरह पुरुष नसबंदी में अव्वल रहने के उद्देश्य से दोगुना एनएसवी कराने का लक्ष्य बनाकर प्रचार-प्रसार अभियान शुरु कर दिया गया है। परिवार कल्याण संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ के विभागीय आकड़ों के मुताबिक जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़े के दौरान वर्ष 2018-19 में प्रदेशभर में 1,777 पुरुषों ने नसबंदी कराई, जब की साल 2018 में 768 दम्पतियों ने परिवार नियोजन का विकल्प चुना था। सीएचएमओ डॉ. उइके ने बताया, पुरुष नसबंदी पखवाड़े में इस वर्ष 500 से अधिक लक्ष्य दंपत्तियों को मोर संगवारी मोर मितान के तहत गांवों में चौपाल आयोजित कर एनएसवी के लिए प्रेरित किया जाएगा। गांव-गांव लक्ष्य दंपत्तियों को व्यक्तिगत संपर्क कर महिलाओं नसबंदी कराने के स्थान पर पुरूष नसबंदी के लाभ की जानकारी दी जाएगी। दंपती संपर्क अभियान 21 से 27 नवंबर तक चलेगा और 28 नवंबर से 04 दिसंबर तक द्वितीय चरण में सेवा प्रदान की जाएगी,पखवाड़ा में 21 नवंबर से 02 सप्ताह तक मुख्यता वेसेक्टॉमी यानि पुरूष नसबंदी पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा । इस सप्ताह के दौरान पुरुष नसबंदी के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।“
मोबिलाइजेशन फेस में आयोजित की जाने वाली गतिविधियां
डॉ. उइके ने बताया, कांकेर जिले को एक बार फिर पुरुष नसंबदी के मामले में प्रथम लाने के लिए गत वर्ष की तरह लक्ष्य दंपत्तियों की पहचान स्थानीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा की जाएगी । ‘मोर मितान मोर संगवारी’ का आयोजन दिशा निर्देश के अनुसार किया जाएगा। अधिक से अधिक प्रचार प्रसार के लिए डिजिटल माध्यम के प्रयोग को बल दिया जाएगा। अभियान के दौरान पखवाड़े के पहले चरण में समुह चर्चा, व्यक्तिगत चर्चा, पोस्टर व पाम्पलेट का वितरण कर गांवों में कोटवार के माध्यम से मुनादी कराया जाएगा। माइकिंग के माध्यम प्रचार रथ में पुरुष नसबंदी के फायदे हितग्राहियों को बताए जाएंगे। साथ ही पुरुष नसबंदी से संबंधित मिथकों को दूर करने के लिए परामर्श भी प्रदान किया जाएगा। कंटेन्मेंट एवं बफर जोन में मोबाइल वेन की व्यवस्था कर प्रचार-प्रसार किया जाएगा। जागरुकता रथ के शुभारंभ के अवसर पर आज डीपीएम डॉ. निशा मोर्या, जिला मिडीया अधिकारी सुनी लाल जैन, परिवार नियोजन के जिला सलाहकार रॉबिन चरण, डीटीसी प्रविण प्रताप सिंह व एफएलओ राकेश राजपूत आदि उपस्थित रहे।

