- पंचायत एवम वनविभाग के अलावा हार्टिकल्चर व कृषि विभाग के तालमेल से होगा कायाकल्प
समैय्या पागे/ बीजापुर। जिला बीजापुर में वन अधिकार पट्टाधारियो के लिए सूक्ष्म कार्ययोजना तैयार की जा रही है। कलेक्टर रितेश अग्रवाल के मार्गदर्शन में जिले की चारो विकासखंड में इस कार्य के सफल क्रियान्वयन हेतु कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। 29 अक्टूबर को भोपालपटनम विकासखण्ड के सांस्कृतिक भवन में आयोजित इस कार्यशाला में क्षेत्र के सरपंच , सचिव वन विभाग व कृषि विभाग के अमले उपस्थित हुए कार्यशाला की शुरुआत अनुविभागीय अधिकारी राजस्व उमेश पटेल की उपस्थिति में हुई। मुख्यकार्यपालन जनपद पंचायत मनोज बंजारे ने बताया कि राज्य शासन वनाधिकार पट्टाधारियों के आजीविका संवर्धन हेतु लगातार प्रयास कर रही है।
सहायक परियोजना अधिकारी मनरेगा मनीष सोनवानी ने कार्यशाला में अवगत कराया कि मनरेगा योजनांतर्गत समस्त वनाधिकार पट्टाधरियो के शत प्रतिशत जाबकार्ड बनाये जाने हैं। योजनांतर्गत 100 दिवस का रोजगार पूर्ण कर चुके वन अधिकार पट्टाधारी परिवार को केंद्र शासन द्वारा 50 दिवस का अतिरिक्त रोजगार दिया जाता है। वैसे ही राज्य शासन द्वारा 150 दिवस पूर्ण करने वाले परिवारों को 50 दिवस का अतिरिक्त रोजगार दिया जा रहा है। इस प्रकार हम एक वनाधिकार पट्टाधारी परिवार को कुल 200 दिवस का रोजगार उपलब्ध करा सकते हैं। महात्मा गांधी नरेगा योजनांतर्गत एफआरए हितग्राहियो की भूमि में आजीविका संवर्धन के कार्य जैसे भूमि सुधार, डबरी निर्माण, कुआँ, गाय शेड, बकरी शेड, मुर्गी शेड, के अलावा फलदार वृक्षारोपण आदि कार्य किये जा सकते है। वनमंडलाधिकारी सुनील राठौर ने बताया कि क्लस्टर तैयार कर हितग्राहियो को सामुदायिक कृषि से जोड़ने की कार्ययोजना बनाई जानी है। आप लोग अपने क्षेत्रान्तर्गत हितग्राहियो से बात कर सप्ताह में प्रकरण तैयार करें।