देश दुनिया वॉच

धर्मांतरित जनजातियों का आरक्षण को समाप्त जनजाति सुरक्षा मंच छत्तीसगढ़

Share this

अक्कू रिजवी /कांकेर । 29 अक्टूबर को जनजाति सुरक्षा मंच के माध्यम से   जनजाति समाज के मध्य हो रहे धर्मांतरण पर चिंता जताते हुए क्षेत्र में पेसा एक्ट लागू करने व धर्मांतरित होकर अन्य धर्मों का पालन करने वाले जनजाति समाज के व्यक्ति का आरक्षण समाप्त करने के लिए महामहिम राष्ट्रपति व माननीय प्रधानमंत्री जी के नाम ज्ञापन सौंपा ।
लगातार हो रहे धर्मांतरण व धर्मांतरण के पश्चात धर्मांतरित व्यक्तियों द्वारा लिए जा रहे दोहरे लाभ से जनजाति समाज के अधिकारों का हनन हो रहा है। आज इस विषय को सबसे प्रथम संसद में उठाने वाले हैं स्वर्गीय  कार्तिक उरांव जी के जन्म जयंती के अवसर पर जनजाति सुरक्षा मंच के बैनर तले समाज के लोगों द्वारा कलेक्टर के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति व माननीय प्रधानमंत्री जी के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान भोजराज नाग ने कहा-  जनजाति समाज को लक्ष्य में लेकर इस क्षेत्र में संचालित अलगाववादी तत्वों द्वारा, धर्मांतरण के ठेकेदार भोले भाले जनजाति समाज के लोगों को भय और लालच के माध्यम से लगातार धर्मान्तरित कर रहे हैं, व धर्मान्तरित करके उनका दुरुपयोग कर रहे हैं, जिससे जनजाति समाज के रीति नीति व संस्कृति पर खतरा मंडराने लगा है इस हेतु इस धर्मांतरण के खेल को तत्काल प्रभाव से बंद करने की आवश्यकता है । सेवालाल चिराम ने कहा – ग्रामीण क्षेत्रों में कम पढ़े लिखे आदिवासियों के बीच जाकर धर्मांतरण के खेल करने वालों ने वहां के रीति नीति और पुरखों से चले आ रहे देवी-देवताओं पर आस्था पर चोट किया है जिससे आदिवासी संस्कृति समाप्ति की ओर बढ़ रही है इस और निश्चित ही जल्दी कार्यवाही करनी चाहिए और धर्मांतरण के खिलाफ कठोर कानून लेकर आना चाहिए। इस दौरान जिला संयोजक देवेंद्र टेकाम हेमेंद्र बंटी ठाकुर जी  अन्नपूर्णा ठाकुर जी  गोविंद  दर्रो  छात्र प्रताप दरों रामचरण को राम श्रवण कुमार दुगा भूपेंद्र नाग, निर्मला नेताम, शिवचंद तारम, सहदेव गोटा, रामेश्वर मंडावी, यशवंत सिंह ठाकुर, धनेंद्र कोर्राम, परमेश्वर ठाकुर , अग्गु राम मंडावी,  चरण सिंह, जयनारायण , अजय ठाकुर, होमेश सिदार आदि उपस्थित रहे..।।

Share this

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *