अक्कू रिजवी/ कांकेर । शहर कांकेर के अंदर नेशनल हाईवे 30 पर कंक्रीट सड़क का निर्माण आम जनता के लिए मुसीबत बनता जा रहा है क्योंकि इसके निर्माण में इतनी अधिक देर लग रही है कि सड़क के किनारे वाले दुकानदारों का धंधा ही ठप हो गया है । साथ ही पब्लिक भी परेशान है कि अपने वाहन कहां खड़े करें और किस तरफ कितनी दूर पैदल कितनी दूर गाड़ी से जाएं? हमारे प्रतिनिधि ने इन परिस्थितियों का जिक्र करते हुए कांकेर लोकसभा सदस्य मोहन मंडावी जी से इस विषय पर चर्चा की तो मालूम हुआ कि वह पहले ही सड़क निर्माण की कछुआ गति से गुस्साए हुए हैं । उन्होंने अपने बयान में ठेकेदार तथा सरकार दोनों पर आरोपों की झड़ी लगा दी। सांसद महोदय का कहना है कि भरी बरसात में इस रोड का निर्माण शुरू करना ही गलत था। यह भी जरूरी था कि पहले पुरानी सड़क को खोदकर फिर तरीके से सड़क बनाते लेकिन ठेकेदार ने पैसे बचाने के लिए ऐसा नहीं किया और पुरानी डामर सड़क पर ही सीमेंट सड़क बना दी जो कि किनारे की दुकानों से ऊंची है और जब आगामी वर्षा में नालियों में पानी भर जाएगा तो वह पानी दुकानों में ही घुस जाएगा और सारे दुकानदार बाढ़ पीड़ित हो जाएंगे । इस ढंग से सड़क नहीं बनाई जाती। लेबल वगैरह का भी ख्याल रखा जाता है । निर्माण गति अत्यंत धीमी है उससे लगता है कि दिवाली से पहले तो सड़क क्या बनेगी ?नए साल तक भी बन जाए तो गनीमत है। साथ ही निर्माण कार्य में गुणवत्ता कहीं दिखाई नहीं देती। इस प्रकार की सड़क निर्माण के लिए जिस प्रकार की मशीनों की जरूरत है । वह यहां देखने को नहीं मिल रही है ।शायद कुछ ही घंटे का काम एक बड़ी मशीन से किया गया था। बाकी सब इस ढंग से हो रहा है जैसे गांव की सड़क बन रही हो। ठेकेदार और उनकी सरकार कांकेर का विकास नहीं कर रहे हैं उसको बर्बाद कर रहे हैं। हमारा ऊपर नीचे रोड कांकेर की एक सुंदर जगह था जिसको इस सड़क निर्माण के चलते बर्बाद कर दिया गया है और आगामी बरसात में उस पर भी संकट हो ही जाने वाला है । सांसद महोदय ने पहाड़ में सड़क के निर्माण पर भी गंभीर सवाल खड़े किए और इससे पर्यावरण के नुकसान की बात कही। सिर्फ कुछ कार वालों के लिए कुछ पैसे वालों की सुविधा के लिए पहाड़ में सड़क बनाई गई है जिसे देखते ही एक्सीडेंट का भय तो होता ही है। साथ ही यह जनता के करोड़ों रुपए के राजस्व के नुकसान का भी एक नमूना है सरकार के गलत सड़क निर्माण कांकेर में किस व्यक्ति के इशारे पर हो रहे हैं यह सभी जानते हैं। महोदय ने यह भी कहा कि इस सरकार ने सब को डरा कर रखा है, क्या व्यापारी, क्या कर्मचारी, सभी इस सरकार से डरे हुए हैं कि यह लोग न जाने कब क्या कर दें। हम तो अपनी ओर से यही आशा करते हैं कि सरकार अपनी गलतियों को सुधारें वरना जनता परिणाम भुगता देगी। इस प्रकार से जनता के लिए सुविधाओं के बदले परेशानियां खड़ी करना अच्छी बात नहीं है।
कांकेर में सड़क निर्माण की कछुआ गति देखकर भड़के सांसद मोहन मंडावी
