- नवरात्र की सप्तमी को माता का दर्षन कर लिया आषीर्वाद
तिलकराम मंडावी/ डोंगरगढ़ : क्वांर नवरात्र की सप्तमी को राज्यपाल अनुसुईया उइके ने डोंगरगढ़ पहुंचकर मां बम्लेष्वरी देवी के दरबार में मत्था टेका और आषीर्वाद मांगा। विधि-विधान व मंत्रोच्चार के साथ पंडितों ने पूजा कराया। दर्षन के बाद राज्यपाल ने कहा कि माता के दरबार में मेरा दर्षन करनें का उद्देष्य प्रदेष की खुषहाली की कामना व कोरोना मुक्त छत्तीसगढ़ करनें के लिए बम्लेष्वरी माता कामना की हूं। माता का आषीर्वाद लेनें के बाद पत्रकारों के सवाल पर कहा कि प्रदेष सरकार व राजभवन के बीच टकराहट जैसी कोई बात नहीं है। हर विशय पर चर्चा करना जरूरी है। कई चीजों में नियम, कानून व संवैधानिक प्रक्रिया होती है, जिसके तहत ही काम होगा। मेरी जवाबदारी है कि संवैधानिक नियमों का मैं पालन कराउं। ऐसा नहीं है कि सरकार मेरी बातों को तकरार में लेती है। बल्कि सरकार गंभीरता के साथ संज्ञान में लेती है। आपनें देखा ही है कि कुछ विशयों को लेकर मंत्री असमंजस में थे। मैंने उस संबंध में जानकारी मांगी इसमें टकराहट थोड़ी होगी। राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कहा कि मेरा काम जनता व जनभावनाओं की आवाज को षासन तक पहुंचानें का है, जिसें मैं हमेषा करती रहूंगी। षराब दुकानें खुली व मंदिरें बंद के सवाल पर उन्होंने इसका जवाब षासन से मांगनें कहा।