सुनील नार्गव/मुंगेली। 10 अक्टूबर को मुंगेली के रामगढ़ में हुई हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस को इस बात का शक पहले से ही था कि किसी जान-पहचान वाले ने ही बुजुर्ग महिला की जान ली है। निसंतान बुजूर्ग को किसी पराय को अपना राजदार बनाना मंहगा पड़ा इसकी कीमत उसे अपनी पत्नी की जान देकर चुकानी पड़ी।
ज्ञात हो कि प्रार्थी लक्ष्मण साहू पिता स्व. कुशाल साहू उम्र 63 वर्ष निवासी महामाया मंदिर के पास रामगढ़ थाना सिटी कोतवाली ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि 10 अक्टूबर के रात्रि करीब 1 बजे अज्ञात व्यक्ति का चेहरा को ढंककर मेरे घर के अंदर आकर मेरे गला को दबाकर बेहोश कर दिय। एवं मेरी पत्नी खोरबहरीन साहू के गला को दबाकर हत्या कर दिये एवं मेरे पेटी में रखे 5 लाख रूपये को लूट कर ले गये है कि रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 602/20 धारा 450,302,304,394,34 भादवि कायम कर विवेचना किया जा रहा था। प्रकरण में अज्ञात आरोपियों के पतासाजी हेतु पुलिस अधीक्षक अरविन्द कुमार कुजूर के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश्वर चंदेल, एवं एसडीओपी तेजराम पटेल के मार्गदर्शन में टीम बना कर आरोपियों के पतासाजी में जुट हुए थे।
लूट के इरादे से की गई हत्या सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के रामगढ़ में रहने वालें 63 वर्ष के बुजूर्ग लक्ष्मण साहू हाल ही में अपना जमीन बेंची थी। जमीन बेंचने में लालपुर के आरोपीत उमेश कुमार विश्वकर्मा ने मद्द की थी। इस जमीन को बेंचने से मिली रमक में से 5 लाख रूपय बुजूर्ग अपने घर में ही रख था। जिसकी जानकारी सिर्फ उमेश विश्वकर्मा को थी। उमेश की आर्थिक स्थिति टीक नही थी। और उसे जुआ खेलने का लत था। ओरोपी को पता था कि निसंतान दंपत्ति घर में अलेके रहते है। हत्या कर लूट की योजना बनाई, इसके लिए उसने अपने गांव के साथी टेकराम उर्फ टेकू यादव पिता अनुज यादव उम्र 19 वर्ष, अनिल कुमार यादव पिता चंद्रिका यादव उम्र 26 वर्ष, कमलेश्वर दास उर्फ लालू पिता संताष दास मानिकपुरी उम्र 19 वर्ष सभी जैतपुरी थाना लालपुर को फोन से बुलाया सभी आरोपी रामगढ़ में लक्ष्मण साहू के घर पहुंचे जहा आरोपियों ने पलाश की मदद से लक्ष्मण साहू के घर बिजली की वायर को काट दी। जिससे पुरे घर में अंधेरा छा गया। अंधेरा होने से लक्ष्मण साहू जैसे ही दरवाजा के पास निकला वैसे ही हत्या करने के उद्ेदश्य से लक्ष्मण साहू के गला को दबाया जिससे वही गिर कर शांत हो गया जिसे देखकर खेरबहरीन साहू चिल्लाते हुए बाहर निकली तो टेकराम उर्फ टेकू यादरव खोरबहरीन यादव के गले को दबाया और अनिल यादव एवं कमलेश्वर मानिकपुरी के सहयोग से खोरबहरीन के गले को दबारक हत्या किए व पेटी में रखे 5 लाख रूपये को लूटकर भाग गए। उमेश विश्वकर्मा ने और तीनों आरोपी को 20 – 20 हजार रूपये देकर घर भेज दिया शेष बचे पैसे 4 लाख रूपये को अपने गांव में घर के बाड़ी बाथरूम के पास बासिन पेड़ के नीचे पन्नी में बंाधकर छिपाकर रख दिया और 40 हजार रूपये को जुआ में हारना स्वीकार किया जिससे अन्य आरोपियों टेकराम उर्फ टेकू यादव, अनिल यादव, कमलेश्वर मानिकपुरी, से कडाई से पूछताछ करने पर उमेश विश्वकर्मा के साथ जूर्म करना स्वीकार किये एवं घटना मे प्रयुक्त पलाश, 02 मोटर सायकल एवं लूटे हुए रकम 4 लाख 60 हजार रूपये पेश किये जिन्हे बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जिसे न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया। उपरोक्त टीम में टीम प्रभारी एसडीओपी तेजराम पटेल थाना प्रभारी विश्वजीत सिंह, उपनिरीक्षक शिवकुमार कोसरियों, उपनिरीक्षक संजीव कुमार ठाकुमर, सउनि, बी.आर. राजपूत, प्र.आर. मनीष सिंह, दिलीप प्रभाकर, आरक्षक दिलीप साहू, दयाल गवास्कर, संजय यादव, गिरीराज परिहार, रवि कुमार जांगड़े का योगदान रहा।