नई दिल्ली: नवरात्रि गरबा डांस के बिना अधूरी रहती है, खासकर गुजरात में नवरात्रि के 9 दिनों तक गरबा की धूम देखने लायक होती है. लेकिन इस बार नवरात्रि 17 अक्टूबर से कोरोना संकट के बीच शुरू हो रही है. कोरोना का प्रभाव त्योहारों भी पड़ता दिखाई दे रहा है, क्योंकि इस बार गुजरात में सार्वजनिक तौर पर डांडिया और गरबा खेलने पर रोक लगाई गई है. लेकिन इसी बीच गरबा के प्रेमियों ने कोरोनाकाल में भी गरबा डांस करने का एक अनोखा तरीका ढूंढ निकाला है, जिसका हर कोई मुरीद हो सकता है.कोरोनावायरस के बीच गरबा को एंजॉय करने के लिए सूरत के फैशन डिजाइनिंग के छात्रों ने पीपीई किट्स (PPE) से बनाए गए खास तरह के कॉस्ट्यूम में गरबा खेला. गरबा खेलने के लिए उन्होंने सफेद रंग की पीपीई किट्स से बनाए गए इन कॉस्ट्यूम को एथनिक टच देने के लिए मल्टी कलर के दुपट्टों के साथ कैरी किया है. कॉस्ट्यूम को अधिक आर्कषित बनाने के लिए इस पर अलग-अलग रंगों से पेंटिंग की गई है और साथ ही कांच का इस्तेमाल करके सजाया गया है.
गुजरात में इस बार नहीं होगा गरबा
कोरोनावायरस के चलते गुजरात सरकार द्वारा इस साल नवरात्रि के दौरान गरबा कार्यक्रमों और समारोहों की अनुमति नहीं दी गई है. अधिकारियों ने कहा, “राज्य सरकार ने नवरात्रि के लिए कोविड-19 से संबंधित दिशानिर्देश जारी किए हैं. गुजरात में नवरात्रि पर आमतौर पर बड़े कार्यक्रम होते हैं, जिससे राज्य में COVID-19 संक्रमण फैल सकता है.
नवरात्रि पर गरबा की धूम
नवरात्रि गुजरात के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक है. गरबा के कार्यक्रम दुनिया भर के लोगों को आकर्षित करते हैं. गरबा गुजरात का एक लोकप्रिय फॉक डांस है और यह नवरात्रि के दौरान बड़े ही जोश और उत्साह के साथ किया जाता है. पारंपरिक रूप से महिला डांसर गरबा और डांडिया करते हुए रंगीन कपड़े पहनती हैं. इन ड्रेसेस को ‘चनिया चोली’ कहा जाता है.