केशकाल : सरकार एक ओर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान चला रही है, लेकिन बस्तर के अधिकांश गाँव मे बालिक, नाबालिग बच्चियों के द्वारा जहर सेवन कर या फाँसी लगाकर आत्महत्या करने का केस दिनों-दिन सामने आते जा रहा है। ग्राम छोटे ओड़ागांव के घटना के 10 दिन हुआ नही की धानोरा थाना क्षेत्र में एक और नाबालिग ने फाँसी लगाकर आत्महत्या करने की मामला सामने आया है। जहाँ फाँसी लगाने के बाद परिजनों द्वारा थाने में सूचना दिए बिना ही मृतिका को दफना दिया गया। आज से 10 दिन पूर्व एक पिता के द्वारा जहर सेवन कर आत्महत्या करने को लेकर पूर्व विधायक कृष्ण कुमार ध्रुव ने संदेह कर जाँच करने की बात कही थी कि अगले ही उस पिता की बेटी के द्वारा भी फाँसी लगाकर आत्महत्या करने का खुलासा हुआ। किस प्रकार से 7 लोगो ने उस लड़की के गैंगरेप किया गया जिसका अपमान वह सहन नही कर पाई और फाँसी लगा कर आत्महत्या कर लिया। जिसके पश्चात परिजनों ने मृतिका को दफना दिया गया था। घटना के बाद ढाई माह बाद अचानक पूरी लोगो के समाने आई तो 7 आरोपियों को पुलिस ने धर दबोचा। और सभी आरोपियों जो जेल भेजा गया साथ ही घटना में संलिप्त थाना प्रभारी को भी निलंबित किया गया और अभी भी जांच जारी है। ठीक इसी तरह का एक और मामला आने आया है, केशकाल के पूर्व विधायक कृष्ण कुमार ध्रुव ने सोशल मीडिया में पोस्ट किया है कि धनोरा थाना क्षेत्रान्तर्गत ग्राम हिचका में कुछ माह पूर्व एक नाबालिग लड़की ने घर के समीप इमली पेड़ पर फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली लेकिन इस घटना की जानकारी थाना में नही दिया गया और उसे दफन किया गया ।
साक्ष्य छुपाने काट दिया पेड़
बताया जा रहा है कि जिस पर ईमली पेड़ नाबालिग बालिका ने फांसी लगा कर आत्महत्या की थी उस विशाल काय ईमली पेड़ को परिजनों ने काट दिया गया, जो कि अब पूर्णत: सुख गया है । लेकिन आज भी उस कटे हुए पेड़ के बचे हुए भाग को देखा जा सकता है, लेकिन उस बच्ची ने किस कारण से आत्महत्या की उसका खुलासा आज तक नही हुआ ।
केशकाल के पूर्व विधायक कृष्ण कुमार ध्रुव के की न्यायिक जाँच की मांग
जिस प्रकार से छोटे ओड़ागांव की घटना में संदेह होने और जाँच की मांग किया गया था और फांसी लगने की पूरी घटना सामने आ गया था उसी ग्राम हिचका में नाबालिग लड़की ने किस कारण फाँसी लगातार आत्महत्या ही थी और क्यो घटना की जानकारी पुलिस में नही दिया गया। इस पूरी मामला पर कोंडागांव पुलिस को गंभीरता से जाँच करनी चाहिए जिससे मौत के कारण उजागर हो सके। इस विषय पर नायब तहसीलदार क्षमा यदुु ने बतलाया कि हमारे द्वारा परिजनों ग्राम पटेल सरपंच और मृतिका के सहेली से पूछताछ किया गया जिसमें यही सामने आया कि मानसिक संतुलन ठीक नहीं होने के कारण आत्महत्या की है । लेकिन इसकी सूचना थाना में देनी चाहिए लेकिन नहीं दिया गया, जिस पर परिजनों ने बताया कि आर्थिक तंगी होने के कारण हमारे द्वारा थाने में सूचना नही दिया गया। अब देखने वाली बात यह है कि पूर्व विधायक कृष्णकुमार ध्रुव की मांग पर ध्यान दे कर क्या पुलिस इस मामले को संज्ञान में लेकर मामले की जांच कर असली कारण का पता लगाती है या इस नाबालिग बालिका की आत्महत्या का कारण भी उसी के साथ दफन रह जाता है, यह जनचर्चा का विषय बना हुआ है।