बलरामपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय रायपुर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नरवा विकास योजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने नरवा विकास योजना के लाभों के बारे में जानकारी ली एवं नरवा विकास कार्य में सहभागिता निभाने की अपील की। जिला कलेक्टोरेट स्थित एनआईसी कक्ष से कलेक्टर श्री श्याम धावड़े जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस. और वनमण्डलाधिकारी श्री लक्ष्मण सिंह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए।
ज्ञतव्य है कि नरवा विकास कार्यक्रम के अंतर्गत जलस्तर को बढाने एवं मृदा अपरदन को रोकने तथा जलग्रहण क्षेत्र या सिंचाई क्षेत्र में वृद्धि हेतु मुख्यत: रिज टु वैली अवधारणा पर गलीप्लग, ब्रशवुड, बोल्डर चेक, गेबियन जाली, चेक डेम, स्टॉप डेम एवं मिट्टी बांध जैसे संरचनाओं का चयन किया गया है, जिससे नालों को पुनर्जीवित कर भूमि को उपचारित किया जा रहा है। जिले में बलरामपुर वनमंडल के अंतर्गत 13 नालों में कुल 42.92 किलोमीटर में 1851 विभिन्न कार्य हेतु विस्तृत कार्य योजना तैयार कर प्रशासकीय स्वीकृति दी गयी है। इसी प्रकार महात्मा गंाधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना अंतर्गत जिले में कुल 60 नालों को चिन्हंाकित किया गया है, जिसकी लम्बाई 583.80 किलोमीटर एवं कुल जलग्रहण क्षेत्र 4405.28 हेक्टेयर है। विस्तृत कार्य योजना तैयार कर 6732 कार्यों की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गयी है, जिसमें से कुछ संरचनाओं का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। ज्ञतव्य है कि उक्त संरचनाओं के बन जाने पर सिंचाई क्षेत्र में 1529.63 हेक्टेयर की वृद्धि होगी एवं पूरे जिले के भौगोलिक क्षेत्र में कंटूर ट्रेंच, डबरी, तालाब एवं परकोलेशन टैंक जैसे संरचनाओं के बन जाने से जल स्तर में वृद्धि होगी एवं भविष्य में होने वाले मृदा अपरदन को रोका जा सकेगा। इन सभी संरचनाओं के बन जाने से जिले के कृषक अपने सिंचित क्षेत्र में बढ़ोत्तरी कर दो फसल एवं नगदी फसल का लाभ लेकर अपने आय में वृद्धि कर पायेंगे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने नरवा विकास योजना का किया शुभारंभ
