किरीट ठक्कर / गरियाबंद : गरियाबंद वन मंडल अंतर्गत ग्राम पंचायत छिन्दोला के कक्ष क्रमांक 553 554 में बड़े पैमाने पर जंगल की कटाई की जा रही है। वन अधिकार पट्टे के लालच में ग्रामीण यहाँ 20 एकड़ से अधिक वन भूमि पर अतिक्रमण कर रहे हैं। इसके लिये हजारों इमारती व फलदार पेड़ पौधों बूटों की कटाई की जा रही है। स्थल पर हजारों की संख्या में पेड़ पौधों की कटाई के प्रमाण मौजूद हैं। कुछ ग्रमीणों ने बताया कि अभी कुछ समय पहले तक ही यहाँ घनघोर जंगल था किंतु अब धीरे धीरे इसे खेत मैदान में बदलने की तैय्यारी की जा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच पति नवलराम सूर्यवंशी जंगलो की कटाई को बढ़ावा दे रहा है। वन भूमि पर कब्जे का प्रयास सबसे पहले उसी के परिजनों द्वारा किया गया , देखा देखी अन्य ग्रामीण भी अतिक्रमण के प्रयास में जंगल के पेड़ पौधों को काटने लगे हैं। इस प्रतिनिधि ने स्वयं स्थल पर जाकर देखा है , गरियाबंद रेंज अंतर्गत कक्ष क्रमांक 553 , 554 की लगभग 20 एकड़ से अधिक भूमि पर हजारों पौधों बूटों को काट दिया गया है। जबकि नवल राम सूर्यवंशी का कहना है कि ना तो मैंने वन भूमि में अतिक्रमण का प्रयास किया है और ना ही मैं इसके लिए किसी को प्रेरित कर रहा हूँ। पूरी लापरवाही वन कर्मचारी की है। इधर जानकारी मिली है कि इस मामले में ग्रामवासियो ने बैठक आहूत कर एक पंचनामा तैय्यार किया है , पंचनामे में साफ तौर पर सरपंच पति नवलराम सूर्यवंशी को जंगलो की कटाई और वन भूमि में अतिक्रमण का प्रेरक लिखा गया है। इस पंचनामे में कक्ष क्रमांक 553 व 554 का ही जिक्र है तथा लगभग 50 से अधिक ग्रामीणों के हस्ताक्षर है। ग्रामीण ताराचंद ध्रुव ने स्थल का मुआयना करवाते इस प्रतिनिधि को बताया कि उक्त जंगल को चारागाह और निस्तारी के लिए सुरक्षित रखने का प्रस्ताव है ये जानते हुये भी सरपंच पति की सरपरस्ती में वनों का विनाश हो रहा है। वन कर्मी लापरवाह है।
क्या कहते हैं अधिकारी
मामला मेरे संज्ञान में आया है कल स्टाफ को वहाँ भेजा भी गया था पीओ आर कटा है। ग्रामीणों को चेतावनी व समझाईस भी दी गई है , इसके बावजूद यदि अवैध कटाई जारी रही तो वन अधिनियम के तहत कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
मयंक अग्रवाल, डीएफओ, गरियाबंद